यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बड़े और चौंकाने वाले बयान में कहा है कि रूस ने हाल ही में यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर ड्रोन हमले किए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने इन हमलों के दौरान भारी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस हमले के बावजूद परमाणु रिएक्शन का स्तर अभी तक नहीं बढ़ा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
चेर्नोबिल: एक भयानक इतिहास
चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का नाम सुनते ही 1986 में हुए उस भयानक परमाणु हादसे की यादें ताजे हो जाती हैं, जब दुनिया के सबसे बुरे परमाणु दुर्घटनाओं में से एक घटी थी। उस समय चेर्नोबिल के एक रिएक्टर में विस्फोट हो गया था, जिससे पूरे क्षेत्र में विकिरण का प्रसार हुआ और हजारों लोग प्रभावित हुए। इस हादसे के बाद, सुरक्षा कारणों से उस रिएक्टर को “सरकोफेगस” नामक संरचना में बंद कर दिया गया ताकि विकिरण बाहर न निकले। यह संरचना आज भी सुरक्षा का एक बड़ा उपाय है, जिससे विकिरण को नियंत्रित किया जाता है।
जेलेंस्की का बयान और हमले का विवरण
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने अपने ड्रोन से चेर्नोबिल संयंत्र में उस बिजली इकाई पर हमला किया, जो पहले से ही नष्ट हो चुकी थी। इस हमले के परिणामस्वरूप संयंत्र में आग लग गई, हालांकि बाद में उसे बुझा दिया गया। जेलेंस्की ने यह भी बताया कि इस हमले से परमाणु रिएक्शन का स्तर नहीं बढ़ा है, लेकिन प्रारंभिक आकलन में यह स्पष्ट हुआ कि हमले से पर्याप्त नुकसान हुआ है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि रूस दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जो इस प्रकार के संवेदनशील परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर हमला करता है, इन पर कब्जा करता है और युद्ध के दौरान इसके गंभीर परिणामों की परवाह किए बिना कार्रवाई करता है।
रूस का खतरा और वैश्विक सुरक्षा पर असर
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यह दावा करते हुए रूस की कार्रवाइयों को विश्व सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है। चेर्नोबिल जैसे परमाणु संयंत्रों पर हमले से न सिर्फ यूक्रेन को बल्कि पूरी दुनिया को खतरा हो सकता है, क्योंकि इस प्रकार की घटनाएं विकिरण के प्रसार का कारण बन सकती हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
जेलेंस्की के अनुसार, रूस की ओर से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर हमले और उनके नियंत्रण की कोशिशों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस युद्ध में किसी भी हद तक जा सकते हैं, चाहे उसके परिणाम कितने भी खतरनाक क्यों न हों।
अंत में
यूक्रेन के राष्ट्रपति का यह बयान केवल चेर्नोबिल की सुरक्षा के संदर्भ में नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है कि रूस इस प्रकार के युद्ध को मानवता के खिलाफ एक खतरे के रूप में ले कर जा रहा है। यह घटनाएं न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि वैश्विक परमाणु सुरक्षा और युद्ध के अंतर्राष्ट्रीय नियमों पर भी गंभीर सवाल उठाती हैं।
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