केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट 2025 पेश किया। यह उनका वित्त मंत्री के रूप में आठवां बजट है, जिसे पूरे देश में उत्सुकता से देखा जा रहा है। इस बजट में किसानों, महिलाओं, युवाओं और नौकरीपेशा लोगों के लिए कई अहम घोषणाएं की गई हैं।
कृषि और किसान कल्याण
अगले 6 वर्षों में मसूर, उड़द और तुअर जैसी दालों की पैदावार बढ़ाने पर जोर।
कपास उत्पादन को बढ़ाने के लिए 5 साल तक मिशन मोड पर काम होगा, जिससे कपड़ा उद्योग को मजबूती मिलेगी।
किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख की गई, जिससे 7.7 करोड़ किसानों और मछुआरों को लाभ मिलेगा।
MSME और स्टार्टअप्स के लिए बड़ा प्रोत्साहन
एमएसएमई के लिए लोन गारंटी कवर 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ किया गया।
स्टार्टअप्स के लिए लोन अमाउंट 10 करोड़ से बढ़ाकर 20 करोड़ रुपए किया गया, गारंटी फीस में कमी की जाएगी।
उद्योग और नवाचार
भारत को खिलौनों का वैश्विक केंद्र बनाने की योजना।
मेड इन इंडिया के तहत गुणवत्तापूर्ण खिलौनों के उत्पादन पर जोर।
छोटे व्यापारियों और किसानों को बढ़ावा देने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना।
बिहार में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी, एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट की स्थापना।
परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार
1.5 करोड़ लोगों के लिए हवाई यात्रा का सपना साकार किया।
88 नए एयरपोर्ट जोड़े गए, 120 नए गंतव्यों तक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी।
बिहार में 3 ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट दिए जाएंगे, पटना और बेहटा एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
पर्यटन और रोजगार पर जोर
50 पर्यटन स्थलों को राज्यों की भागीदारी से विकसित किया जाएगा।
होम स्टे के लिए मुद्रा ऋण की सुविधा दी जाएगी।
ई-वीजा सुविधा का विस्तार, वीजा शुल्क में छूट दी जाएगी।
चिकित्सा पर्यटन और स्वास्थ्य लाभ को बढ़ावा देने की योजना।
अनुसंधान और विकास
अनुसंधान, नवाचार और विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित।
रोजगार उन्मुख कौशल विकास कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान।
विकास पर केंद्रित बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट भारत के विकास को नई गति देने और मध्यम वर्ग की क्षमता को बढ़ाने के लिए समर्पित है। बजट के माध्यम से देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
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