पटना, बिहार पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीखा और साफ संदेश देश के भीतर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक स्पष्ट चेतावनी बनकर सामने आया है। बिहार की धरती से बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह ऐलान कर दिया कि अब आतंकवाद को जड़ से मिटाने का समय आ गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जिन्होंने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है, उन्हें उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब वक्त आ गया है कि आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिला दिया जाए।”
देशव्यापी शोक, एकजुटता और दृढ़ संकल्प पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की। उन्होंने कहा कि यह हमला किसी एक राज्य या क्षेत्र के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे भारत के खिलाफ है। “कोई बंगला बोलता था, कोई मराठी, कोई उड़िया, कोई कन्नड़ और कोई बिहार का बेटा था – लेकिन हम सबका दुख एक है, और गुस्सा भी एक है,” उन्होंने कहा।
पाकिस्तान पर बिना नाम लिए चेतावनी हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके शब्दों में छुपा संदेश किसी से छुपा नहीं रहा। उन्होंने दो टूक कहा, “जो आतंकियों को पनाह देते हैं, अब उन्हें भी सोचना होगा कि भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। ऐसा जवाब मिलेगा कि भविष्य में दुश्मनों को भी सोचने से पहले कई बार सोचना पड़ेगा।”
दुनियाभर को दिया संदेश प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात न केवल हिंदी में, बल्कि अंग्रेजी में भी दोहराई – “Friends, from the land of Bihar, we are telling the world – India will find every terrorist and punish them.” यह बयान स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए था, जिसमें भारत ने संकेत दिया कि आतंकवाद अब सिर्फ भारत की समस्या नहीं, बल्कि वैश्विक चुनौती है और इसका जवाब भी वैश्विक होगा।
140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति से लड़ेगा भारत प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 140 करोड़ भारतीयों की एकजुट इच्छाशक्ति आतंकियों और उनके आकाओं की कमर तोड़ने का संकल्प ले चुकी है। “हम आतंक को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। न्याय मिलेगा – यह हमारा वादा है,” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा।
विकसित भारत के लिए आवश्यक है शांतिपूर्ण भारत पीएम मोदी ने यह भी जोड़ा कि “विकसित भारत के लिए, विकसित बिहार जरूरी है। और शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता के बिना विकास असंभव है। इसलिए आतंकवाद का अंत विकास की पहली शर्त है।”
अब सिर्फ शब्द नहीं, कार्रवाई का दौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से यह पूरी तरह स्पष्ट है कि अब भारत न केवल आतंकी हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा, बल्कि आतंकवाद को पनाह देने वालों को भी बख्शेगा नहीं। पहलगाम हमले के बाद भारत की सुरक्षा नीति और अधिक निर्णायक होती दिख रही है, और देश इस युद्ध में एकजुट होकर खड़ा है।
“जो भारत की आत्मा पर हमला करेंगे, वे अब सज़ा से नहीं बच सकेंगे।”
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