गाजियाबाद:- कचहरी में युवा वकीलों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बार एसोसिएशन द्वारा हड़ताल स्थगित करने के फैसले से नाराज वकीलों ने फिर से धरना शुरू कर दिया है। युवा वकील इस फैसले को लेकर गुस्से में हैं, क्योंकि बार अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बिना वकीलों से विचार-विमर्श किए हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया। उनका कहना है कि यह निर्णय वकीलों की सहमति के बिना लिया गया है, जो उनके लिए स्वीकार्य नहीं है।
युवाओं के विरोध में और बार एसोसिएशन के फैसले के खिलाफ एक नया मोड़ आया, जब शबनम खान को बार एसोसिएशन का नया अध्यक्ष चुना गया और लिखित प्रस्ताव भी पास किया गया। मंगलवार को कचहरी में इस फैसले के खिलाफ हंगामा हुआ। युवा वकीलों ने विरोधस्वरूप बार अध्यक्ष और सचिव का पुतला फूंका और कचहरी के गेटों को बंद कर दिया। इसके साथ ही बार रूम और सभागार पर ताला लगा दिया और जोरदार प्रदर्शन किया।
पूर्व बार सचिव नितिन यादव का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वकील हड़ताल पर बने रहेंगे। इससे मंगलवार को भी कचहरी में कामकाज शुरू नहीं हो पाया। गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को जिला जज कोर्ट में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकील 28 दिन तक हड़ताल पर रहे थे। सोमवार को बार एसोसिएशन ने तीन सप्ताह के लिए हड़ताल स्थगित करने का फैसला लिया था, लेकिन मंगलवार को साथी वकील की मृत्यु के कारण कामकाज को स्थगित करने का निर्णय लिया गया।
युवाओं की इस नाराजगी और विरोध ने कचहरी के कामकाज को प्रभावित किया, और यह साफ कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
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