• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Home
    • Home – Layout 1
    • Home – Layout 2
    • Home – Layout 3
    • Home – Layout 4
    • Home – Layout 5
    • Home – Layout 6
No Result
View All Result
  • Home
    • Home – Layout 1
    • Home – Layout 2
    • Home – Layout 3
    • Home – Layout 4
    • Home – Layout 5
    • Home – Layout 6
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home राष्ट्रीय

ईसाई से दलित बनने तक: सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के लिए धर्म बदलने को बताया संविधान से धोखा

by Hamara Ghaziabad Staff
November 27, 2024
in राष्ट्रीय, सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट का फैसला: संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द हटाने की याचिका खारिज
Share on FacebookShare on Twitter
पुद्दुचेरी की एक महिला, सी सेल्वारानी, ने हाल ही में एक ऐसा दावा किया, जिसने भारतीय न्याय व्यवस्था और आरक्षण नीति पर महत्वपूर्ण सवाल उठाए। उसने दावा किया कि वह जन्म से ईसाई थी, लेकिन वह हिन्दू धर्म में विश्वास करती है और दलित समुदाय से ताल्लुक रखती है, इसलिए उसे आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उसके इस दावे को नकारते हुए उसे आरक्षण देने से इनकार कर दिया और यह सिद्ध किया कि धर्म परिवर्तन का उद्देश्य केवल आरक्षण प्राप्त करना नहीं हो सकता।
सी सेल्वारानी का मामला तब चर्चा में आया जब उसने 2015 में एक सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया था। आवेदन में उसे अपने जाति प्रमाण पत्र का सत्यापन देना था, जिसके लिए उसने दलित होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। लेकिन दस्तावेज़ों की जांच में यह खुलासा हुआ कि वह जन्म से ईसाई थी और उसका बाप्तिस्मा हुआ था। इसके बावजूद, उसने दावा किया कि वह हिन्दू धर्म में विश्वास करती है और उसे आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए।
जब उसका जाति प्रमाण पत्र रद्द किया गया, तो उसने पहले मद्रास हाई कोर्ट और फिर केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) में अपना केस दायर किया। लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली, और अंततः मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस आर. महादेवन की पीठ ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए यह कहा कि केवल आरक्षण प्राप्त करने के उद्देश्य से खुद को दलित हिन्दू बताना और धर्म के प्रति सच्चे विश्वास का दिखावा करना संविधान और समाज के सिद्धांतों के खिलाफ है। कोर्ट ने यह भी कहा कि धर्म परिवर्तन का उद्देश्य सिर्फ आरक्षण का लाभ उठाना नहीं हो सकता, क्योंकि इससे आरक्षण नीति के मूल उद्देश्य को नुकसान पहुँचता है।
जाँच और तथ्यों की पुष्टि
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की विस्तृत जाँच की और पाया कि सेल्वारानी का दावा असत्य था। जाँच में यह सामने आया कि उसका पिता एक धर्मांतरित ईसाई था और उसका बाप्तिस्मा जन्म के तीन महीने बाद हुआ था। इसके अलावा, सेल्वारानी के गाँववालों और अन्य स्थानीय लोगों ने भी यह पुष्टि की कि उसकी माता-पिता की शादी चर्च में हुई थी और वह ईसाई धर्म को मानते थे।
महिला ने दावा किया था कि उसकी माँ ने हिन्दू धर्म अपनाया था, लेकिन कोर्ट ने यह सवाल उठाया कि यदि उसकी माँ हिन्दू धर्म में विश्वास करती थी, तो फिर उसने अपने बच्चों का बाप्तिस्मा क्यों करवाया। अदालत ने यह कहा कि अगर एक व्यक्ति धर्म परिवर्तन करता है, तो उसे अपनी जाति को भी खोना पड़ता है, और यदि कोई व्यक्ति केवल आरक्षण के लाभ के लिए धर्म परिवर्तन करता है, तो यह संविधान के उद्देश्य के खिलाफ होगा।
धर्म परिवर्तन और आरक्षण
सुप्रीम कोर्ट ने इस महत्वपूर्ण मामले में यह स्पष्ट किया कि धर्म परिवर्तन का उद्देश्य केवल समाज के फायदे के लिए नहीं, बल्कि व्यक्ति के आत्मिक विश्वास और धार्मिक विचारों से प्रेरित होना चाहिए। अदालत ने कहा कि अगर धर्म परिवर्तन का उद्देश्य केवल सरकारी नौकरी या आरक्षण प्राप्त करना है, तो यह न केवल न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ है, बल्कि समाज और संविधान के प्रति भी धोखाधड़ी है।
संविधान के उद्देश्यों की रक्षा
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि ऐसे मामलों में धर्म परिवर्तन के बाद आरक्षण का लाभ दिया जाता है, तो यह पूरी आरक्षण नीति को ही कमजोर कर देगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि धर्म परिवर्तन के बाद व्यक्ति को अपनी जाति खोनी पड़ती है, और ऐसे किसी भी व्यक्ति को आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकता जो केवल कागजी तौर पर खुद को दलित बताता है, जबकि उसका वास्तविक विश्वास किसी अन्य धर्म में हो।
महत्वपूर्ण सवाल
इस फैसले से यह सवाल उठता है कि क्या समाज में आरक्षण नीति का गलत तरीके से लाभ उठाने का प्रयास किया जा रहा है? क्या धर्म परिवर्तन के माध्यम से केवल सरकारी नौकरी प्राप्त करने का प्रयास आरक्षण नीति को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को केवल कागजों में दलित बनाकर आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा सकता।
नैतिक दृष्टिकोण और संदेश
यह फैसला न केवल एक कानूनी आदेश है, बल्कि यह एक नैतिक संदेश भी देता है कि समाज और संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखते हुए आरक्षण नीति का उद्देश्य केवल उन लोगों को लाभ देना है जो वास्तविक रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं। किसी भी व्यक्ति को आरक्षण के लाभ के लिए धर्म परिवर्तन करने या जाति का खेल खेलने का अधिकार नहीं है।

 

ShareTweetSendShare
Previous Post

गोवंश के अवशेष, बढ़ा आक्रोश; सड़कों पर उतरे लोग

Next Post

युवा वकीलों का हल्ला बोल: कचहरी में कामकाज फिर हुआ ठप

Discussion about this post

Stay Connected test

  • 72.7k Followers
  • 23.9k Followers
  • 99 Subscribers
  • Trending
  • Comments
  • Latest
गाजियाबाद : नेहरू नगर ओमीक्रोन संभावित अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित

गाजियाबाद : नेहरू नगर ओमीक्रोन संभावित अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित

December 8, 2021
सामान खरीदने के विवाद में दुकानदार को पीट-पीटकर किया अधमरा

सामान खरीदने के विवाद में दुकानदार को पीट-पीटकर किया अधमरा

July 5, 2023
खत्म हुआ किसान आंदोलन, गाजियाबाद को मिलेगी सबसे बड़ी राहत

खत्म हुआ किसान आंदोलन, गाजियाबाद को मिलेगी सबसे बड़ी राहत

December 9, 2021
हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर शर्मनाक कमेन्ट करने वाला जावाद खान गिरफ्तार

हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर शर्मनाक कमेन्ट करने वाला जावाद खान गिरफ्तार

December 9, 2021
परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डिजिटलीकरण को दिया बढ़ावा – मोटर वाहन नियम, 1989 में किया बदलाव

परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डिजिटलीकरण को दिया बढ़ावा – मोटर वाहन नियम, 1989 में किया बदलाव

0
SSC CHSL: 5000 पदों पर केंद्र सरकार में बंपर भर्तियां, 12वीं पास हैं तो ऐसे करें आवेदन

SSC CHSL: 5000 पदों पर केंद्र सरकार में बंपर भर्तियां, 12वीं पास हैं तो ऐसे करें आवेदन

0
खुशखबरी! उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल के 18912 पदों पर बंपर भर्तियां, जानें पूरी प्रक्रिया

खुशखबरी! उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल के 18912 पदों पर बंपर भर्तियां, जानें पूरी प्रक्रिया

0
बिल्डर के ख़िलाफ़ गौर सिटी 6th एवेन्यू के निवासी सड़क पर उतरे – किया रोड जाम

बिल्डर के ख़िलाफ़ गौर सिटी 6th एवेन्यू के निवासी सड़क पर उतरे – किया रोड जाम

0
गाजियाबाद समाचार: अपराध, प्रशासनिक कार्रवाई व खेल जगत की बड़ी खबरें

गाजियाबाद समाचार बुलेटिन: न्याय, राहत, पहल वअव्यवस्थाओं की झलक

May 23, 2025
पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

May 23, 2025
नक्सल विरोधी अभियानों में कोबरा कमांडों की अदम्य बहादुरी, राष्ट्रपति भवन में मिला शौर्य चक्र

नक्सल विरोधी अभियानों में कोबरा कमांडों की अदम्य बहादुरी, राष्ट्रपति भवन में मिला शौर्य चक्र

May 23, 2025
अयोध्या के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जो मातृभूमि के लिए अमर हो गया: शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी

अयोध्या के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जो मातृभूमि के लिए अमर हो गया: शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी

May 23, 2025

Recent News

गाजियाबाद समाचार: अपराध, प्रशासनिक कार्रवाई व खेल जगत की बड़ी खबरें

गाजियाबाद समाचार बुलेटिन: न्याय, राहत, पहल वअव्यवस्थाओं की झलक

May 23, 2025
पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

May 23, 2025
नक्सल विरोधी अभियानों में कोबरा कमांडों की अदम्य बहादुरी, राष्ट्रपति भवन में मिला शौर्य चक्र

नक्सल विरोधी अभियानों में कोबरा कमांडों की अदम्य बहादुरी, राष्ट्रपति भवन में मिला शौर्य चक्र

May 23, 2025
अयोध्या के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जो मातृभूमि के लिए अमर हो गया: शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी

अयोध्या के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जो मातृभूमि के लिए अमर हो गया: शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी

May 23, 2025

Browse by Category

  • business
  • CBI
  • ED
  • G-20
  • GDP
  • HMPV वायरस
  • IPL 2025
  • ISRO
  • NIA
  • Olympic
  • RBI
  • Uncategorized
  • UPPSC विरोध
  • WHO
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • अपराध
  • अभिव्यक्ति
  • अमेरिका
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
  • इवेंट्स
  • उत्तराखंड
  • उद्योग
  • एनसीआर
  • कर्मयोगी सप्ताह
  • कृषि
  • कोरोना अपडेट
  • क्रिकेट
  • ख़बरें राज्यों से
  • खेल
  • गाज़ियाबाद के गुनहगार
  • गुरुग्राम
  • ग्रेटर नोएडा
  • चोरी
  • चौपाल
  • जम्मू-कश्मीर
  • जानकारी
  • जीडीए
  • जीवन शैली
  • जॉब्स
  • झांसी मेडिकल कॉलेज हादसा
  • टैकनोलजी
  • ट्रैफिक अपडेट
  • ठगी
  • दिल्ली
  • दिल्ली विधानसभा 2025
  • धमकी
  • धर्म और अध्यात्म
  • धोखाधड़ी
  • नगर निगम
  • नगर पालिका
  • नाइजीरिया
  • नागरिक मुद्दे
  • नियुक्तियाँ
  • नोएडा
  • नोबेल पुरस्कार 2024
  • पंजाब
  • पर्यावरण
  • पाठकों की कलम से
  • प्रदूषण
  • प्रयागराज
  • प्रेरणादायक
  • फेक न्यूज पोस्टमार्टम
  • फोटो / विडियो
  • बजट 2025
  • बड़ी खबर
  • बड़ी खबर
  • बिज़नेस
  • बुलन्दशहर
  • मंकीपॉक्स अपडेट
  • मथुरा
  • मनोरंजन
  • महाकुम्भ 2025
  • महाराष्ट्र
  • मिस इंडिया 2024
  • मेरठ समाचार
  • मेरा गाज़ियाबाद
  • मेरा स्वास्थ्य
  • मौसम
  • राजनीति
  • राजस्थान
  • राष्ट्रीय
  • रियल स्टेट
  • रेलवे
  • वक्फ बोर्ड
  • वाराणसी
  • विधानसभा चुनाव 2024
  • विविध
  • विशेष रिपोर्ट
  • व्यापार
  • शाबाश इंडिया
  • शिक्षा
  • शेयर बाजार
  • संक्षिप्त ख़बरें
  • संवरता गाज़ियाबाद
  • सांप्रदायिकता
  • सामाजिक
  • सुप्रीम कोर्ट
  • हादसा
  • हापुड़
  • हिमाचल प्रदेश
  • हेल्थ एंड फिटनेस

Recent News

गाजियाबाद समाचार: अपराध, प्रशासनिक कार्रवाई व खेल जगत की बड़ी खबरें

गाजियाबाद समाचार बुलेटिन: न्याय, राहत, पहल वअव्यवस्थाओं की झलक

May 23, 2025
पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

पूर्वोत्तर में निवेश की नई लहर: गौतम अडानी ने बढ़ाई ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की ताकत

May 23, 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.

No Result
View All Result

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.

error: Content is protected !!
Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
Go to mobile version