मुंबई। मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोका गया विमान मंगलवार को मुंबई एयरपोर्ट पर 276 यात्री लेकर पहुंच गया। दुबई से निकारागुआ की उड़ाने के दौरान फ्रांस में इस विमान को रोक लिया गया था।
21 दिसंबर को रोमानियाई प्लेन में सवार होकर 303 यात्री दुबई से निकारागुआ के लिए निकले थे। तभी विमान वैट्री एयरपोर्ट पर ईंधन लेने के लिए उतरा था। लेकिन फ्रांस के अधिकारियों को इस दौरान यह सूचना मिली कि इस विमान में मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है। इसके बाद विमान को उड़ान भरने से रोक दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि फ्रांस के अधिकारियों ने यात्रियों से 4 दिनों तक पूछताछ की। 303 यात्रियों में से 25 यात्रियों ने फ्रांस में ही शरण मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फ्रांस के अधिकारियों के बताया कि जब विमान ने मुंबई उड़ान भरी तो इसमें 276 यात्री सवार थे। रोमानियाई कंपनी ‘लीजेंड एअरलाइंस’ द्वारा संचालित ‘ए340’ विमान को अपनी यात्रा फिर से शुरू करने की अनुमति भी दे दी है। इसके बाद विमान के उड़ान भरने पर फ्रांस में भारतीय दूतावास ने ट्यूटर फ्रांस सरकार और वेट्री एयरपोर्ट का इस मामले के जल्दी निपटारे के लिए शुक्रिया। दूतावास के साथ मिलकर काम करने के लिए सरकार का शुक्रिया।
एयरपोर्ट पर ही की गई व्यवस्था
भारतीय यात्रियों के विमान को फ्रांस में रोके जाने के बाद फ्रांस स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी भी वेट्री एयरपोर्ट पहुंचे थे। जहां उन्होंने भारतीय यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखा। इस दौरान फ्रांस में फंसे रहने के दौरान यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर ही बिस्तर लगाकर उनके खाने-पीने का इंतजाम किया गया ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। करीब 4 दिन की पूछताछ के बाद सभी भारतीय यात्रियों को वापस भेज दिया गया।
चार दिन एयरपोर्ट पर हुई थी पूछताछ
फ्रांस के वैट्री एयरपोर्ट पर मानव तस्करी शक में विमान रोकर चार दिन तक पूछताछ की गई थी। मानव तस्करी के शक की वजह से चालक दल के सभी सदस्यों को पूछताछ के बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी गई। एयरपोर्ट पर पूछताछ के दौरान एंट्री हॉल को कवर कर पुलिस ने इस एरिया में दूसरे यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। पुलिस ने दो यात्रियों को 48 घंटे के लिए हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
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