गाजियाबाद। पुलिस ने मेड बनकर नौकरी करते हुए पैसे वाले लड़कों को जाल में फंसाने वाली लड़कियों के गैंग का खुलासा किया है। लड़कियां इन घरों के उन लड़कों को फंसाती थीं, जिनकी उम्र ज्यादा हो या फिर किसी बीमारी से ग्रसित हों। इसके बाद उनसे शादी का नाटक करके संपत्ति हड़पने का खेल भी चलता था। रातोंरात करोड़पति बनने वाला यह गैंग बेनकाब हुआ तो हर कोई हैरत में पड़ गया है। फिलहाल पुलिस पूरे गैंग को ट्रैक करने में जुटी हुई।
मुरादनगर थाना क्षेत्र में स्थित यूनिक ग्रुप आफ कॉलेज की पूर्व चांसलर सुधा सिंह की बीती सात अगस्त को मौत हो गई। वह कैंसर से ग्रसित थीं। कई साल पहले उनके पति की भी मौत हो चुकी है। बेटी आकांक्षा की शादी हो चुकी है और बेटा शिवम (50) मानसिक तौर पर कमजोर है। इधर, फरवरी 2023 में उन्होंने एक युवती को मेड बतौर अपने घर में रखा था। युवती प्रीति ने सुनयोजित ढंग से पूरे परिवार को भरोसे में ले लिया। इधर, सुधा सिंह की कैंसर के चलते हालत बिगड़ी तो प्रीति ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके बेटे से वह शादी कर लेगी और ताउम्र उसका ख्याल रखेगी। गनीमत की बात यह रही कि सुधा सिंह पहले ही अपनी सारी संपत्ति की वसीयत बेटी आकांक्षा के नाम कर चुकी थीं।
बहन को पता नहीं, भाई की हो गई शादी
सुधा सिंह अस्पताल में भर्ती थीं तो एक तस्वीर सामने आई, जिसमें प्रीति व उनका बेटा शिवम गले में माला पहनकर सुधा सिंह का आशीर्वाद ले रहे थे। हालांकि सुधा की बेटी आकांक्षा को इसकी कोई भनक नहीं लगी। सुधा की मौत पर आकांक्षा वहां पहुंची तो उसने कुछ दिन बाद कहा कि अब मेड की जरूरत नहीं है तो प्रीति ने कहा कि वह मेड नहीं बल्कि उनके घर की बहू है। उसने शादी की तस्वीरें भी दिखाईं। यहीं से आकांक्षा को शक हुआ और उन्होंने पुलिस से संपर्क साधा। मुरादनगर थाना पुलिस ने 22 सितंबर को इस केस को दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी।
हिस्ट्रीशीटर ने बुना था ताना-बाना
केस की पड़ताल में पुलिस ने सचिन नाम के युवक को पकड़ा। सचिन मसूरी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसने हरियाणा के रोहतक की रहने वाली प्रीति को मोहरा बनाकर सुधा सिंह के घर भेजा था। सचिन का पहले से सुधा सिंह के घर आना-जाना था। उनके करोड़ों रुपयों पर उसकी नजर थी। पूछताछ में सचिन ने बताया, करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए उसने प्रीति नामक युवती को मेड का काम करने के लिए सुधा के घर भेजा। प्रीति ने धीरे-धीरे सुधा को अपनी बातों में फंसाया और ऐसे वक्त में उनके मंदबुद्धि बेटे से शादी कर ली, जब वो हॉस्पिटल में कैंसर की आखिरी स्टेज पर थीं। उस वक्त वो शादी का विरोध भी नहीं कर सकती थीं और बेटे को इस बारे में कोई समझ नहीं थी। सुधा सिंह की मौत के बाद इसी गैंग की दो अन्य महिलाएं प्रवेश निवासी नूरपुर गाजियाबाद और नीलम निवासी साउथ वेस्ट दिल्ली भी उस घर में जा पहुंचीं। नीलम ने खुद को प्रीति की मौसी बताया। पूरे घर पर कब्जा होते देख आकांक्षा ने मुकदमा दर्ज कराया तो तीनों भाग निकलीं।
इतनी संपत्ति पर थी नजर
सुधा सिंह के गाजियाबाद में दो कॉलेज हैं। इसमें एक कॉलेज मसूरी गंगनहर पर 30 बीघे से ज्यादा जमीन पर है। जबकि दूसरा कॉलेज और कॉम्प्लेक्स मोदीनगर कस्बे की प्राइम लोकेशन राज चौपला के आसपास है। टोटल संपत्ति करीब 200 करोड़ रुपए से ज्यादा बैठती है। आरोपियों की नजर इस पूरी संपत्ति को हथियाने की थी।
प्रीति कर चुकी सात शादियां
पुलिस के मुताबिक जांच में सामने आया है कि प्रीति इस तरीके से सात शादियां कर चुकी है। छह शादी हरियाणा और 7वीं शादी गाजियाबाद में की है। जहां भी प्रीति ने शादी की, वहां उसने ससुरालवालों पर दहेज एक्ट, छेड़छाड़ और रेप के मुकदमे दर्ज करा दिए, ताकि प्रॉपर्टी में हिस्सेदार बन सके या मोटा पैसा ऐंठ सके। एसपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि सचिन जेल भेजा जा चुका है। बाकी की तीन महिलाओं को नोटिस तामील करा दिए गए हैं।
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