गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को एम्स में ऑडिटोरियम और तंबाकू नियंत्रण केंद्र (टोबैको कंट्रोल सेंटर) का उद्घाटन किया। साथ ही एम्स का निरीक्षण भी किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री तंबाकू नियंत्रण को लेकर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि रहे।
सीएम योगी गुरुवार सुबह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में नवनिर्मित ऑडिटोरियम व नेशनल सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च इन टोबैको कंट्रोल का उद्घाटन करने के बाद यहां तंबाकू नियंत्रण विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हर मरीज डॉक्टर के लिए रिसर्च का भी विषय होता है। एक डॉक्टर यदि एक वर्ष ओपीडी में मरीजों को देखता है, मरीजों को सलाह देता है तो इसके जरिये उसे एक नया व व्यावहारिक पब्लिकेशन प्राप्त हो जाता है। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में कुछ न कुछ नया करने का भी प्रयास करें। इनोवेशन और रिसर्च ही योग्यता का आधार है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 दी है।
तंबाकू के खतरों से बचाव में डॉक्टरों की बड़ी भूमिका
सीएम योगी ने कहा कि मेडिकल साइंस ने बहुत प्रगति की है। फिर भी उपचार से महत्वपूर्ण पक्ष बचाव का होता है। तंबाकू के सेवन व धूम्रपान से होने वाले नुकसान को सभी जानते हैं। धूम्रपान का हानिकारक असर संगत वालों को भी होता है। तंबाकू के उत्पादों पर उसके खतरों के बारे में लिखित व चित्रित उल्लेख होने के बावजूद लोग इनका सेवन कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि तंबाकू के खतरों से बचाव में डॉक्टरों की बड़ी भूमिका हो सकती है। चिकित्सक उनके यहां आने वाले हर मरीज को इसके प्रति जागरूक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी मरीज आपके पास आए तो उसे तंबाकू से बचने के लिए प्रेरित करिए। सीएम योगी ने कहा कि तंबाकू किसी प्रकार का हो, खतरनाक होता है। इसके नियंत्रण को लेकर एम्स ने जो अभियान शुरू किया है, उसमें राज्य सरकार अपना पूरा सहयोग देगी।
यूपी के सरकारी कार्यालयों में तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में किसी भी तरह के तंबाकू के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है। कोई इसका उल्लंघन करेगा तो दंड का भागी होगा। उन्होंने पांच वर्ष पूर्व सचिवालय भ्रमण का वाकया बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद जब वह पहली बार सचिवालय का जायजा लेने निकले थे तो वहां जगह-जगह गुटका-पान खाकर थूका हुआ मिला। तभी उन्होंने यह फैसला किया था कि सरकारी कार्यालयों में तंबाकू सेवन पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएगा। इस अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो सुरेखा किशोर, प्रो अशोक प्रसाद, प्रो बीएस गर्ग, वंदना शाह, डॉ ओमप्रकाश बेरा आदि मौजूद रहे।
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