जम्मू कश्मीर में धारा 370 और 35ए हटाए जाने से पाकिस्तान तिलमिला गया है। भारत का अंदरूनी मसला होने के बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का इस मुद्दे पर बयान आया है। इमरान खान ने मंगलवार को पाकिस्तान की संसद में कहा कि उनकी विचारधारा यह थी की हिन्दू राष्ट्र रहे। कायदे आज़म जिन्ना ने समझ लिया था की अंग्रेजो की गुलामी के बाद हिन्दू की गुलामी करनी पड़ेगी। जो लोग 2 नेशन थ्योरी नहीं मानते थे, आज वह लोग कह रहे हैं कि 2 नेशन थ्योरी ठीक थी।
इमरान खान ने कहा कि इस वक्त भारत में जो हो रहा है उसे सिर्फ पाकिसतान ही नहीं, पूरी दुनिया देख रही है। उन्होंने कहा कि जब हमारी हुकूमत आई तो सबसे पहली प्रमुखता गरीबी दूर करना था, इसलिए सब पड़ोसियों से बात की, हिंदुस्तान से भी बात की।
पाकिस्तानी पीएम इमरान ने कहा, ‘मैंने जब नरेंद्र मोदी से बात की, उन्होंने मुझे बोला की आपके यहां आतंकी कैंप हैं। मैंने उनको समझाया की जब हमारे यहां आर्मी स्कूल पर हमला हुआ तब से हमने तय किया की पाकिस्तान की ज़मीन से टेरर कैंप नहीं चलने देंगे। उसके बाद कोशिश की बात करने की वह इंटरस्टेड नहीं थे। उसके बाद पुलवामा हो गया, हमने उनको समझाने की कोशिश की कि इसमें पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।’
इमरान खान ने कहा, ‘उनके (भारत) यहां चुनाव होने थे, उन्हें पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाना था। कश्मीर में जुल्म हो रहे थे, उससे दुनिया की नज़र हटानी थी। डोसियर बाद में भेजा प्लेन पहले भेज दिए। अल्लाह का शुक्र है की पाकिस्तान ने जवाब दिया। हमारी अमन की कोशिश को वह कमजोरी समझ रहे हैं। जो इन्होंने कल किया है जब हम बिशेक में थे तभी हमें लग रहा था, यह इन्होंने प्लान करके किया है। यह इनके चुनाव घोषणापत्र का हिस्सा था, यह आरएसएस आधारित एजेंडा है।
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