आंधी-तूफान व बारिश का कहर: उत्तर भारत के कई राज्यों में तबाही, जान-माल का भारी नुकसान

उत्तर भारत में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। बीते कुछ दिनों से लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज ने लोगों को हैरान और परेशान कर दिया है। शुक्रवार को सुबह का समय तो सुहावना रहा, लेकिन दिन चढ़ते ही तेज धूप और फिर शाम होते-होते आंधी-तूफान और बारिश ने दस्तक दी। इसका असर सिर्फ आम जनजीवन पर नहीं पड़ा, बल्कि फसलों से लेकर विमान सेवाओं तक हर क्षेत्र पर भारी असर देखने को मिला।
कई राज्यों में तबाही, बिहार और यूपी सबसे ज्यादा प्रभावित
उत्तर प्रदेश और बिहार में पिछले तीन-चार दिनों से लगातार आंधी और बूंदाबांदी हो रही है। शुक्रवार को भी इन राज्यों के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इस मौसमी कहर की वजह से बिहार में बीते तीन दिनों में 80 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि उत्तर प्रदेश में 22 लोगों की जान जा चुकी है।
पश्चिमी विक्षोभ बना कारण
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है, जो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सक्रिय है। इस विक्षोभ के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में तेज बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के बारालाचा, कुंजुम और रोहतांग की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला जारी है।
किसानों को फसलों में नुकसान
तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। हिमाचल के शिमला, ठियोग, कुफरी, जुब्बल कोटखाई, चौपाल और रोहड़ू में ओलावृष्टि से सेब के फूल झड़ गए हैं, जबकि मटर और गोभी की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। इससे बागवानी और खेती-किसानी करने वाले किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
दिल्ली और हरियाणा में बिगड़ा जनजीवन
हरियाणा के हिसार में प्रधानमंत्री की रैली का पंडाल तेज आंधी से टूट गया, वहीं चरखी दादरी में मंत्री के कार्यक्रम का टेंट उड़ गया। कई जिलों में बिजली के खंभे टूट गए और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दिल्ली एनसीआर में भी मौसम के अचानक बदलने से यातायात पर असर पड़ा।
विमान सेवाएं भी हुईं प्रभावित
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर तेज हवाओं और खराब मौसम की वजह से विमान सेवाएं बाधित हुईं। शुक्रवार को 42 उड़ानों को अन्य शहरों की ओर डाइवर्ट किया गया। इनमें से कुछ विमानों को जयपुर, लखनऊ, वाराणसी, देहरादून, अमृतसर और चंडीगढ़ में उतारा गया।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शनिवार (13 अप्रैल) को भी इसी तरह का मौसम बना रहेगा। 18 अप्रैल से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है, जिसका असर 21 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान फिर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना जताई जा रही है।
उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसमी बदलाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। जहां एक ओर लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर जान-माल की हानि और फसलों को हुए नुकसान ने चिंता बढ़ा दी है। आने वाले दिनों में सावधानी बरतना और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना बेहद जरूरी है।
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