भीषण गर्मी से तप रहा उत्तर भारत, IMD ने जारी किया लू व बारिश का अलर्ट

देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। खासकर दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अभी से भीषण गर्मी और लू के हालात बन गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार के लिए दिल्ली-एनसीआर में लू (Heatwave) का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में लू का कहर
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इन राज्यों के अधिकांश मैदानी क्षेत्रों में अगले चार से पांच दिनों तक लू चलने की संभावना जताई गई है। कई स्थानों पर तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
बारिश की उम्मीदें बनी रहीं
भीषण गर्मी के बीच कुछ राज्यों में राहत की भी उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश में आज कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इसके साथ ही तेज हवाएं और लू चलने की संभावना भी बनी हुई है। बिहार में 13 अप्रैल तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहेगा। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में भी अगले दो दिनों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जो गर्मी से कुछ राहत दिला सकती है।
दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश का पूर्वानुमान
IMD की भविष्यवाणी के अनुसार, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में 12 अप्रैल तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बेंगलुरु में भी अगले कुछ दिनों तक बारिश के आसार हैं, जिससे वहां के तापमान में गिरावट आ सकती है।
मानसून को लेकर राहत की खबर
गर्मी के इस कहर के बीच निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने एक राहतभरी खबर दी है। स्काईमेट के अनुसार, इस बार देश में सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है। 1 जून से 30 सितंबर तक कुल मिलाकर 895 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना जताई गई है, जो दीर्घकालिक औसत 868.6 मिमी का 103% है। आमतौर पर मानसून की बारिश यदि 96% से 104% के बीच होती है, तो उसे ‘सामान्य मानसून’ माना जाता है।
क्या करें, क्या न करें: मौसम से बचाव के उपाय
लू से बचने के लिए दिन के समय घर से बाहर निकलने से बचें।
अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।
बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
बारिश की संभावना को देखते हुए छतरी या रेनकोट साथ रखें।
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