पंजाब के जालंधर में बीजेपी के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया के घर हुए ग्रेनेड हमले ने पूरे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा के कमांडर हैप्पी पासिया ने खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ली है। पासिया पर NIA ने पहले ही ₹5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है।
12 घंटे में केस सुलझाने का दावा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार पंजाब पुलिस ने इस हमले की जांच में तेजी दिखाते हुए महज 12 घंटों में मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि जिस ई-रिक्शा का इस्तेमाल हमले के लिए किया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इस हमले की साजिश लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े ज़ीशान अख्तर ने रची थी, जो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी वांटेड है।
ISI से भी कनेक्शन, पासिया पहले भी कर चुका है हमले हैप्पी पासिया का नाम पहले भी कई आतंकी गतिविधियों में सामने आ चुका है। उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का करीबी माना जाता है और ऐसा माना जा रहा है कि इस हमले में भी ISI की भूमिका हो सकती है। इससे पहले भी पासिया ग्रेनेड हमले की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
CCTV फुटेज बना अहम सुराग, दो संदिग्ध गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में CCTV फुटेज ने अहम भूमिका निभाई। फुटेज में देखा गया कि हमला करने से पहले ई-रिक्शा चालक थाना नंबर-3 की तरफ गया था, जहां एक बाइक सवार युवक के साथ मिलकर हमला करने की योजना बनाई गई।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज़ आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, “दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें सख्त सजा दिलाई जाएगी।”
आने वाले दिनों में और खुलासे संभव पुलिस सूत्रों की मानें तो इस हमले से जुड़े कई और बड़े नामों का पर्दाफाश हो सकता है। जांच अभी भी जारी है और पुलिस कई एंगल से जांच को आगे बढ़ा रही है।
जालंधर में हुआ यह ग्रेनेड हमला न केवल एक राजनीतिक साजिश का संकेत देता है, बल्कि आतंकी संगठनों की पंजाब में मौजूदगी और उनकी गतिविधियों को लेकर भी गंभीर चिंता का विषय बन गया है। आने वाले दिनों में पुलिस और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई इस मामले से जुड़े कई और रहस्यों से पर्दा उठा सकती है।
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