बांग्लादेश की निर्वासित पूर्व प्रधानमंत्री और आवामी लीग की मुखिया शेख हसीना ने एक बार फिर सियासी पटल पर भूचाल ला दिया है। एक सोशल मीडिया संवाद में आवामी लीग के कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने पहली बार खुलकर अंतरिम सरकार और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला बोला।
हसीना ने मोहम्मद यूनुस को ‘चोर’ बताया और कहा कि वे सरकारी पैसों पर ऐश कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा अंतरिम सरकार को ‘आतंकवादियों की सरकार’ करार देते हुए बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता जाहिर की।
“मैं मरी नहीं, मैं लौटूंगी!”
भावुक होते हुए हसीना ने कहा, “मैं मरी नहीं हूं, इसका मतलब है कि मैं फिर से बांग्लादेश लौटूंगी। अल्लाह ने लोगों को संदेश दे दिया है। मैं लौटूंगी और अंतरिम सरकार को जेल से लेकर अदालत तक घसीटूंगी।”
हसीना ने दावा किया कि उनके शासनकाल में बांग्लादेश ने जबरदस्त तरक्की की थी, लेकिन अब देश को आतंकवादियों का अड्डा बना दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज बांग्लादेश में हत्या, दमन और अराजकता आम बात हो गई है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
मीडिया और न्याय प्रणाली पर हमला
पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज बांग्लादेश में पत्रकारों और वकीलों को बोलने तक की आज़ादी नहीं है। “जल्द ही ऐसे लोगों के साथ न्याय होगा,” उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा।
व्यक्तिगत संघर्षों का किया जिक्र
शेख हसीना ने बातचीत के दौरान अपनी भावनाएं भी साझा कीं। उन्होंने कहा, “मुझे हर बार क्यों बचा लिया जाता है? मेरे पिता, मां और भाई को मार दिया गया, मुझे मारने की भी कोशिश की गई, लेकिन मैं बच गई। शायद अल्लाह की मर्जी है कि मैं कुछ बड़ा करूं।”
भारत से प्रत्यर्पण की मांग पर तीखी प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि हाल ही में बिम्सटेक सम्मेलन में बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी कि शेख हसीना को बांग्लादेश के हवाले किया जाए। इस पर हसीना ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “जो लोग मुझे मारने की साजिश कर रहे हैं, उन्हें एक-एक कर खोजा जाएगा और सज़ा दी जाएगी।”
क्या बांग्लादेश लौटेंगी हसीना?
शेख हसीना का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ रही है। अगस्त 2024 में हुए तख्तापलट के बाद हसीना भारत आ गई थीं। अब उनके इस बयान ने संकेत दे दिया है कि वे जल्द ही वापसी की तैयारी कर रही हैं।
शेख हसीना के तीखे तेवर और उनकी वापसी की घोषणा बांग्लादेश की सियासत में बड़ा मोड़ ला सकती है। क्या यह बयान सिर्फ भावनात्मक है या सचमुच वे जल्द ही बांग्लादेश लौटकर सियासत की कमान संभालेंगी? यह आने वाला वक्त तय करेगा।
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