गर्मियों के मौसम में जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे लू यानी हीट स्ट्रोक का खतरा भी तेजी से बढ़ता है। हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और अन्य कई राज्यों में हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि हीट स्ट्रोक क्या होता है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है हीट स्ट्रोक? हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है, जो तब होती है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है। यह तब होता है जब शरीर की ठंडा होने की प्राकृतिक प्रक्रिया, जैसे पसीना आना, काम करना बंद कर देती है। अगर समय रहते इलाज न मिले, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं? हीट स्ट्रोक के लक्षण अचानक भी आ सकते हैं और धीरे-धीरे भी बढ़ सकते हैं। इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
तेज बुखार: शरीर का तापमान 40°C या उससे ज्यादा।
पसीना आना बंद होना: त्वचा ड्राई और गर्म हो जाती है।
तेज सिरदर्द और चक्कर: डिहाइड्रेशन के कारण।
त्वचा का लाल और गर्म होना: गंभीर गर्मी के कारण।
मतली और उल्टी: पेट में जलन, कमजोरी।
मांसपेशियों में ऐंठन: इलेक्ट्रोलाइट की कमी से।
तेज दिल की धड़कन: शरीर खुद को ठंडा करने की कोशिश करता है।
भ्रम या बेहोशी: मस्तिष्क पर गर्मी का असर।
कैसे करें हीट स्ट्रोक से बचाव? हाइड्रेटेड रहें: दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी, ओआरएस का सेवन करें।
चाय, कॉफी और शराब से बचें, ये डिहाइड्रेशन बढ़ाते हैं।
सही कपड़े पहनें सूती, हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनें।
धूप में निकलते वक्त टोपी, छाता और सनग्लासेस का प्रयोग करें।
धूप से बचाव करें दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर न निकलें।
ज़रूरी हो तो छाया में चलें और साथ में पानी की बोतल रखें।
बीच-बीच में आराम करें, लगातार धूप में न रहें।
शरीर को ठंडा रखें एसी, कूलर या पंखे के नीचे रहें।
ठंडे पानी से नहाएं या गीले कपड़े से शरीर पोंछें।
सही खान-पान अपनाएं ताजे फल, दही, सलाद और हल्का भोजन करें।
तला-भुना, मसालेदार और भारी खाना न खाएं।
व्यायाम का सही समय चुनें सुबह या शाम के समय ही एक्सरसाइज करें।
पसीना अधिक आए तो तुरंत पानी पीएं और विश्राम करें।
बुजुर्गों और बच्चों का रखें खास ध्यान छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों में हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है। उन्हें गर्मी से बचाकर ठंडे वातावरण में रखें और समय-समय पर पानी पिलाते रहें।
गर्मी के मौसम में सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है। यदि आप या आपके किसी जानने वाले को हीट स्ट्रोक के लक्षण नजर आएं, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। सही जानकारी और समय पर उपाय करके हम इस गंभीर स्थिति से खुद को और अपने अपनों को सुरक्षित रख सकते हैं।
ख्याल रखें – गर्मी है बेहिसाब, बचाव ही है सबसे बड़ा जवाब।
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