8 अप्रैल, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (#10YearsOfMUDRA) की 10वीं वर्षगांठ पर एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें देशभर के लाभार्थियों को अपने निवास पर आमंत्रित किया गया। यह योजना सिर्फ एक वित्तीय पहल नहीं, बल्कि लाखों लोगों के सपनों को साकार करने वाली एक क्रांति बन चुकी है।
मुद्रा योजना: एक परिचय प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत 2015 में की गई थी, जिसका उद्देश्य ऐसे लोगों को बिना गारंटी के ऋण मुहैया कराना था, जो छोटा व्यवसाय शुरू करना या उसका विस्तार करना चाहते हैं। इस योजना ने विशेष रूप से महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लोगों को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान की है।
10 वर्षों में इस योजना के तहत:
50 करोड़ लोन खाते स्वीकृत किए गए।
₹33 लाख करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया गया।
68% लाभार्थी महिलाएं हैं।
50% से अधिक लाभार्थी SC/ST/OBC वर्गों से आते हैं।
प्रधानमंत्री से सीधी बातचीत इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा – “#10YearsOfMUDRA के अवसर पर, मैंने पूरे भारत से मुद्रा लाभार्थियों को अपने निवास पर आमंत्रित किया था। उन्होंने इस योजना से उनके जीवन में आए बदलावों के बारे में रोचक जानकारी साझा की।”
बातचीत के दौरान लाभार्थियों ने बताया कि कैसे मुद्रा योजना ने उन्हें दोबारा खड़ा होने का अवसर दिया।
सफलता की कुछ प्रेरणादायक कहानियाँ दर्जी कमलेश: एक छोटे स्तर पर सिलाई का काम शुरू करने वाले कमलेश ने मुद्रा लोन की सहायता से अपने व्यवसाय का विस्तार किया। आज वे तीन महिलाओं को रोजगार दे रहे हैं और अपने बच्चों को एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ा रहे हैं।
कभी एक दिन में सिर्फ 50 झाड़ू बनाने से शुरुआत करने वाली बिंदु आज एक ऐसी यूनिट की प्रमुख हैं जो प्रतिदिन 500 झाड़ू का उत्पादन करती है।
नौकरी छोड़कर व्यवसाय करने वाले युवा: कई युवाओं ने बताया कि जब वे 70,000 रुपये मासिक की नौकरी छोड़कर खुद का काम शुरू करना चाहते थे, तब कोई उन्हें लोन देने को तैयार नहीं था। लेकिन मुद्रा योजना ने उनका साथ दिया, और आज वे महीने में ₹2 लाख तक कमा रहे हैं, साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं।
आगे की दिशा: आत्मनिर्भर भारत की ओर वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू के अनुसार, “प्रधानमंत्री ने यह योजना उन लोगों के लिए शुरू की थी, जो बिना किसी गारंटी के लोन चाहते हैं। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें।”
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने भारत में एक नया उद्यमिता युग शुरू किया है। यह योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि विश्वास और आत्मबल का प्रतीक बन चुकी है। 10 वर्षों में इस योजना ने यह सिद्ध किया है कि अगर सही समय पर सही सहायता मिले, तो हर नागरिक आत्मनिर्भर बन सकता है।
Discussion about this post