राजधानी जयपुर की शांत शाम सोमवार को उस वक्त दहशत और चीख-पुकार में बदल गई, जब एक नशे में धुत फैक्ट्री मालिक ने अपनी तेज रफ्तार SUV से शहर की सड़कों को मौत का मंजर बना दिया। 9:30 बजे के करीब शुरू हुई यह सनक 7 किलोमीटर तक फैली रही, जिसमें राह चलते लोग और वाहन चालक इसकी चपेट में आ गए। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 गंभीर रूप से घायल हैं।
मौत की रफ्तार ने ली मासूमों की जान आरोपी फैक्ट्री मालिक उस्मान खान ने पहले एमआई रोड पर वाहनों को टक्कर मारी और फिर सीधे शहर की तंग गलियों की ओर रुख किया। नाहरगढ़ रोड पर यह कहर अपने चरम पर था, जहां आरोपी ने बेकाबू वाहन से एक के बाद एक गाड़ियों को टक्कर मारी।
सबसे पहले स्कूटी को रौंदा गया, फिर एक बाइक को टक्कर मारते हुए यह SUV तेज रफ्तार में आगे बढ़ी। हद तो तब हो गई जब आरोपी ने थाने के बाहर खड़ी गाड़ियों तक को नहीं बख्शा। पुलिस के अनुसार, करीब 500 मीटर के इलाके में सबसे ज्यादा टक्करें दी गईं, जिससे सड़क पर कोहराम मच गया।
पीड़ितों की पहचान और दर्दनाक मौत हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है
ममता कंवर (50) – मृत
वीरेंद्र सिंह (48) – मृत
अवधेश पारीक (37) – मृत
महेश सोनी (28)
मोहम्मद जलालुद्दीन (44)
दीपिका सैनी (17)
विजय नारायण (65)
जेबुन्निशा (50)
अंशिका (24)
तीन लोगों की जान मौके पर ही चली गई, जबकि अन्य घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
पुलिस की तत्परता से रुकी मौत की यह गाड़ी गनीमत रही कि नाहरगढ़ की संकरी गलियों में फंसने के बाद आगे खड़ी पुलिस की PCR वैन ने आरोपी की SUV को रोक दिया। एडिशनल DCP बजरंग सिंह शेखावत के अनुसार आरोपी पूरी तरह नशे में था और उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया है। आरोपी के खिलाफ हत्या, लापरवाही और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सवाल खड़े करती यह घटना यह हादसा कई गंभीर सवाल छोड़ गया है:
नशे में धुत लोगों को वाहन चलाने की छूट कैसे मिल रही है?
क्या हमारी सड़कों पर निगरानी की व्यवस्था इतनी कमजोर है?
ऐसे हादसों के बाद क्या सिर्फ गिरफ्तारी काफी है, या सख्त और उदाहरणात्मक सजा जरूरी है?
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