अंतरिक्ष में 9 महीने से फंसी सुनीता विलियम्स व बुच विलमोर की धरती पर वापसी की तैयारी पूरी

नासा ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर की धरती पर सुरक्षित वापसी की तैयारियां पूरी कर ली हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले 9 महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में फंसे हुए थे। अब उन्हें 19 मार्च को सफलतापूर्वक धरती पर वापस लाया जाएगा। नासा ने इस मिशन को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है।
18 मार्च को होगी वापसी, नासा करेगा लाइव कवरेज
नासा ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि दोनों अंतरिक्ष यात्री 18 मार्च (मंगलवार) को धरती पर लौटेंगे। नासा ने उम्मीद जताई है कि वे फ्लोरिडा तट पर उतरेंगे। इस ऐतिहासिक वापसी की लाइव कवरेज भी की जाएगी, जो ड्रैगन कैप्सूल के हैच बंद करने की प्रक्रिया से शुरू होगी।
इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी शामिल होंगे, जो ड्रैगन कैप्सूल से वापस आएंगे।
स्पेसएक्स का Crew-10 मिशन और NASA का कमर्शियल क्रू प्रोग्राम
14 मार्च को स्पेसएक्स ने Crew-10 मिशन लॉन्च किया था। इस मिशन के तहत फॉल्कन-9 रॉकेट से Crew Dragon कैप्सूल को अंतरिक्ष में भेजा गया था। NASA के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत यह ग्यारहवीं क्रू फ्लाइट थी, जो ISS पर वैज्ञानिक अनुसंधान और अन्य गतिविधियों के लिए गई थी।
डोनाल्ड ट्रंप के आग्रह पर तेज हुआ मिशन
गौरतलब है कि सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को मार्च के अंत तक लौटना था। लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क से उन्हें जल्दी वापस लाने का आग्रह करने के बाद इस मिशन में तेजी लाई गई।
9 महीने से फंसे थे दोनों अंतरिक्ष यात्री
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पिछले साल 5 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। उन्हें केवल एक सप्ताह बाद वापस लौटना था, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में आई तकनीकी खराबी के कारण वे 9 महीने तक ISS में फंसे रहे।
सुनीता विलियम्स का ऐतिहासिक योगदान
अपने इस लंबे मिशन के दौरान, सुनीता विलियम्स ने कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक शोध किए। उन्होंने 900 घंटे से अधिक समय तक विभिन्न प्रयोगों में बिताया। इस दौरान, उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर को भी संचालित किया, जिसका निर्माण करने में उन्होंने खुद मदद की थी। इस प्रोजेक्ट की लागत नासा को 4.2 अरब डॉलर पड़ी।
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में रहते हुए उन्होंने कई चीजों में सुधार किया, सफाई की और अंतरिक्ष में एकत्रित कचरे को पृथ्वी पर भेजने में योगदान दिया। उनका यह मिशन विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
अंतरिक्ष से ऐतिहासिक वापसी
नासा और स्पेसएक्स की इस संयुक्त सफलता से अंतरिक्ष मिशनों में सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर एक नई दिशा मिलेगी। अब 18 मार्च को जब सुनीता विलियम्स और उनके साथी धरती पर लौटेंगे, तो यह न केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि होगी, बल्कि मानव अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया अध्याय जोड़ेगी।
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