ललित मोदी को बड़ा झटका: वानुअतु सरकार ने पासपोर्ट रद्द करने का दिया आदेश

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के संस्थापक ललित मोदी को वानुअतु सरकार से बड़ा झटका लगा है। वानुअतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने नागरिकता आयोग को निर्देश दिया है कि ललित मोदी को जारी किया गया वानुअतु का पासपोर्ट रद्द किया जाए। हाल ही में यह जानकारी सामने आई थी कि ललित मोदी ने दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र वानुअतु की नागरिकता प्राप्त कर ली थी, लेकिन अब वानुअतु सरकार ने उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री का सख्त रुख
प्रधानमंत्री जोथम नापत की ओर से जारी आदेश में कहा गया, “मैंने नागरिकता आयोग को निर्देश दिया है कि वह श्री मोदी के वानुअतु पासपोर्ट को रद्द करने की कार्यवाही तुरंत शुरू करे।” इस आदेश में आगे बताया गया कि नागरिकता आवेदन प्रक्रिया के दौरान इंटरपोल स्क्रीनिंग समेत सभी मानक पृष्ठभूमि जांच में कोई आपराधिक दोष सिद्ध नहीं हुआ था। हालांकि, पिछले 24 घंटों में जानकारी मिली है कि इंटरपोल ने पर्याप्त न्यायिक साक्ष्य की कमी के कारण ललित मोदी पर अलर्ट नोटिस जारी करने के भारतीय अधिकारियों के अनुरोधों को दो बार खारिज कर दिया था।
प्रधानमंत्री ने अपने आदेश में कहा कि वानुअतु की नागरिकता प्राप्त करना एक विशेषाधिकार है, न कि अधिकार। यह विशेष रूप से वैध कारणों से दी जाती है, न कि प्रत्यर्पण से बचने के उद्देश्य से। उनके अनुसार, हाल ही में प्रकाश में आए तथ्यों से स्पष्ट होता है कि ललित मोदी का मुख्य उद्देश्य प्रत्यर्पण से बचना था, जो कि नागरिकता नीति के खिलाफ है।
भारत में वांछित हैं ललित मोदी
ललित मोदी साल 2010 में भारत छोड़कर लंदन चले गए थे। उनके खिलाफ भारतीय एजेंसियों ने करोड़ों रुपये के गबन और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों ने कई मामले दर्ज किए हैं, जिसके कारण वह भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की वांछित सूची में शामिल हैं।
वानुअतु पासपोर्ट क्यों है महत्वपूर्ण?
वानुअतु एक ऐसा देश है जो निवेश के जरिए नागरिकता प्रदान करता है। इसमें कोई व्यक्ति एक निश्चित राशि का निवेश कर वानुअतु की नागरिकता प्राप्त कर सकता है। माना जा रहा है कि ललित मोदी ने इसी प्रक्रिया के तहत नागरिकता प्राप्त की थी। हालांकि, वानुअतु सरकार ने अब इसे रद्द करने का निर्णय लिया है।
अब आगे क्या?
ललित मोदी के वानुअतु की नागरिकता खोने के बाद उनके लिए कानूनी समस्याएं बढ़ सकती हैं। यदि उनका पासपोर्ट रद्द हो जाता है, तो उन्हें अन्य देशों में यात्रा करने और प्रत्यर्पण से बचने में कठिनाई हो सकती है। अब देखना होगा कि इस फैसले के बाद ललित मोदी क्या कदम उठाते हैं और भारतीय एजेंसियां उनके प्रत्यर्पण को लेकर क्या कार्रवाई करती हैं।
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