भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स 740 अंक चढ़ा

बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती दिखाई, जिससे निवेशकों को बड़ी राहत मिली। बीएसई सेंसेक्स 740 अंकों की बढ़त के साथ 73,730.23 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 254.65 अंक चढ़कर 22,337.30 पर पहुंच गया। लगातार 10 दिनों की गिरावट के बाद आई इस तेजी ने निवेशकों के विश्वास को फिर से मजबूत किया।
दिनभर के कारोबार का हाल
सेंसेक्स ने दिनभर के कारोबार में 943.87 अंकों की छलांग लगाते हुए 73,933.80 का उच्चतम स्तर छुआ। वहीं, निफ्टी ने 312.25 अंकों की बढ़त के साथ 22,394.90 का स्तर छूने के बाद मजबूती के साथ बंद हुआ। इस तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण रहे, जिनमें वैश्विक बाजारों में मजबूती, अमेरिकी प्रशासन द्वारा टैरिफ कम करने की संभावनाएं और घरेलू सेवा क्षेत्र में आई तेजी शामिल हैं।
किन शेयरों में दिखी मजबूती?
आज के कारोबार में कई बड़े शेयरों में शानदार बढ़त देखने को मिली। अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारती एयरटेल, एसबीआई, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में अच्छी खरीदारी हुई। दूसरी ओर, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक और जोमैटो के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
तेजी के पीछे अहम कारण
भारतीय बाजार की इस तेजी के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण रहे:-
वैश्विक बाजारों में मजबूती – अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ टैरिफ में कटौती की संभावना ने वैश्विक बाजारों को राहत दी, जिससे भारतीय बाजार में भी सकारात्मक असर पड़ा।
भारत के सेवा क्षेत्र में जबरदस्त उछाल – घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग में बढ़ोतरी के चलते फरवरी में भारत के सेवा क्षेत्र में जोरदार तेजी आई। HSBC इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जनवरी के 56.5 से बढ़कर फरवरी में 59.0 हो गया, जो पिछले 26 महीनों का उच्चतम स्तर है।
विदेशी निवेशकों का प्रभाव – विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को भारतीय बाजार में 3,405.82 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी, लेकिन घरेलू निवेशकों ने मजबूत खरीदारी कर बाजार को संभाले रखा।
एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मजबूती – टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और सियोल के बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार भी सकारात्मक रहे, हालांकि वॉल स्ट्रीट मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुआ।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट – ब्रेंट क्रूड की कीमत 70.69 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
आगे की रणनीति और बाजार का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निफ्टी 22,200-22,500 के स्तर को पार करता है, तो बाजार में और मजबूती देखने को मिल सकती है। वहीं, यदि सेंसेक्स 72,300 के नीचे जाता है, तो इसमें फिर से गिरावट की संभावना रहेगी। आने वाले दिनों में वैश्विक संकेतों, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेशकों के रुझान पर बाजार की दिशा निर्भर करेगी।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों को सतर्कता के साथ निवेश करने की सलाह दी जाती है। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में निवेश करने से पहले बाजार की दिशा को समझना जरूरी होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह समय अच्छा हो सकता है, लेकिन शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को स्टॉप-लॉस का ध्यान रखना चाहिए।
भारतीय शेयर बाजार की यह मजबूती आने वाले दिनों में बनी रहेगी या नहीं, यह वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगा। निवेशकों को सूझबूझ के साथ अपने निवेश निर्णय लेने की जरूरत है।
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