भारतीय शेयर बाजार में लगातार 10वें दिन गिरावट, निवेशकों की चिंता बढ़ी

4 मार्च 2025: भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज लगातार 10वें दिन निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को निफ्टी 36 अंक गिरकर 22,082 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 96 अंक फिसलकर 72,990 पर आ गया।
आईटी और ऑटो सेक्टर पर सबसे ज्यादा असर
बाजार में सबसे अधिक दबाव ऑटो और आईटी सेक्टर पर देखा गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.31% गिरा, जबकि आईटी इंडेक्स में 0.90% की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, सरकारी बैंकों और मीडिया सेक्टर में उछाल देखने को मिला। मीडिया इंडेक्स में 2.37% और सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1.56% की तेजी रही। वहीं, मेटल और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में क्रमशः 0.5% की बढ़त रही।
वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेत
एशियाई बाजारों में भी आज गिरावट का माहौल देखने को मिला। जापान का निक्केई 1.20% गिरा, जबकि हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.28% नीचे बंद हुआ। हालांकि, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.22% की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों की बात करें तो 3 मार्च को डाओ जोंस 1.48% गिरकर 43,191 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, एसएंडपी 500 में 1.76% और नैस्डैक कंपोजिट में 2.64% की भारी गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली जारी है। 3 मार्च को विदेशी निवेशकों ने 11,639 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने 12,308 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इससे साफ है कि घरेलू निवेशकों ने बाजार को सहारा देने की कोशिश की, लेकिन विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते बाजार दबाव में बना रहा।
अमेरिका के टैरिफ फैसले से बाजार में अनिश्चितता
आज यानी 4 मार्च 2025 से अमेरिका ने मैक्सिको और कनाडा पर 25% और चीन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लागू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया था कि वे ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ (जैसा को तैसा) नीति अपनाएंगे, यानी जितना शुल्क दूसरे देश अमेरिका पर लगाएंगे, उतना ही अमेरिका भी उन पर लगाएगा। भारत सहित अन्य देशों पर यह टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होगा। इस फैसले से वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
सोमवार को भी गिरावट, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार (3 मार्च) को भी बाजार दबाव में रहा। सेंसेक्स 112 अंक गिरकर 73,085 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 5 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 22,119 के स्तर पर बंद हुआ। दिन के दौरान सेंसेक्स 73,649 के ऊपरी स्तर तक पहुंचा था, लेकिन बाद में करीब 550 अंकों की गिरावट आई। सोमवार को बैंक और मीडिया शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही, जबकि निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 1.26% चढ़ा।
क्या करें निवेशक?
लगातार गिरावट के इस दौर में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह एक अवसर हो सकता है, लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को जोखिम प्रबंधन की रणनीति अपनानी चाहिए।
बाजार की आगामी चाल पर नज़र बनाए रखने के लिए निवेशकों को वैश्विक आर्थिक संकेतकों, अमेरिकी नीतियों और घरेलू कारकों पर ध्यान देना होगा।
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