कुंभ स्नान के बाद वाराणसी और अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। इस कारण लखनऊ में वाहनों का लोड काफी बढ़ गया है, जिससे पूरे दिन शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। इस समस्या से निपटने के लिए कानपुर-लखनऊ हाईवे पर दही-पुरवा मोड़ से वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
रूट डायवर्जन से बदलेगा वाहनों का रास्ता इस नए डायवर्जन के कारण अयोध्या, अंबेडकरनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, बलिया, आजमगढ़, गोरखपुर और गाजीपुर जैसे जनपदों में जाने वाली बसों और अन्य भारी वाहनों को लगभग 100 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करना होगा। अब ये वाहन पुरवा, मौरावां होते हुए बछरावां से शिवगढ़ और हैदरगढ़ के रास्ते पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से निकलेंगे।
रूट डायवर्जन से लखनऊ के जाम की समस्या में सुधार की उम्मीद बुधवार से लागू किए गए इस रूट डायवर्जन के कारण शाम के समय दही मोड़ पर भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस के लगातार प्रयासों से वाहनों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया गया।
15 फरवरी तक रहेगा प्रभावी, आगे बढ़ सकती है अवधि ट्रैफिक प्रभारी भुवन सिंह मौर्य के अनुसार, यह डायवर्जन फिलहाल 15 फरवरी तक प्रभावी रहेगा। उच्चाधिकारियों के निर्देश के अनुसार, इसकी अवधि बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए दही मोड़ पर एक ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर (टीएसआई), एक हेड कांस्टेबल, एक कांस्टेबल और गार्ड की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है, जो 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे।
बालूघाट मोड़ पर भी बढ़ा जाम, राहगीरों को परेशानी बालूघाट मोड़ से पोनी तिराहे तक बुधवार सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक भारी जाम लगा रहा। संकरी सड़क और अधिक यातायात के कारण यह स्थिति बनी। जाम में फंसने से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, विशेषकर सुबह ऑफिस जाने वाले लोग देरी से पहुंचे।
यातायात समस्या पर हुई प्रशासनिक बैठक हाल ही में गंगाघाट कोतवाली में जाम की समस्या पर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और नगर के प्रबुद्धजनों के बीच बैठक हुई थी। इसमें पोनी तिराहे से बालूघाट मोड़ तक फैले अतिक्रमण और संकरी सड़कों को लेकर चर्चा हुई थी। अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर जाम के प्रमुख कारणों की पहचान की थी।
यातायात सुधार के प्रयास जारी कुछ दिनों तक यातायात निरीक्षक ने माइक से अनाउंसमेंट कर पोनी रोड तिराहे से बालूघाट मोड़ तक ऑटो, टेंपो और ई-रिक्शा को रुकने नहीं दिया। इस दौरान कई वाहनों के चालान भी किए गए और कुछ वाहन सीज भी किए गए। इससे कुछ समय तक ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार दिखा, लेकिन हाल ही में फिर से जाम की समस्या विकराल हो गई है।
स्थायी समाधान की मांग रोजाना सुबह और शाम के समय लगने वाले जाम के कारण कानपुर और लखनऊ के बीच यात्रा करना मुश्किल होता जा रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है। गंगाघाट कोतवाल अनुराग सिंह के अनुसार, बालूघाट मोड़ का रास्ता संकरा होने की वजह से जाम लगता है, लेकिन पुलिसकर्मियों की तैनाती लगातार की जा रही है ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके।
लखनऊ में ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए प्रशासन द्वारा रूट डायवर्जन लागू किया गया है, जिससे मुख्य शहर के यातायात दबाव को कम किया जा सके। हालांकि, इससे कई जिलों के भारी वाहनों को लंबा सफर तय करना पड़ेगा। प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, जाम की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की जरूरत बनी हुई है।
Discussion about this post