अमेरिका में तुलसी गबार्ड बनीं राष्ट्रीय खुफिया निदेशक, पीएम मोदी से की अहम मुलाकात

अमेरिका में भारतीय मूल की राजनीतिज्ञ तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) के रूप में शपथ दिलाई गई। अमेरिकी समयानुसार बुधवार शाम को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में यह शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इस दौरान अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने ओवल ऑफिस में गबार्ड को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस महत्वपूर्ण अवसर का वीडियो व्हाइट हाउस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी साझा किया गया।
शपथ ग्रहण के बाद पीएम मोदी से मुलाकात
तुलसी गबार्ड के शपथ ग्रहण के कुछ ही घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों को और प्रगाढ़ करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “वाशिंगटन में तुलसी गबार्ड से मुलाकात कर उन्हें उनकी नियुक्ति के लिए बधाई दी। वे हमेशा से भारत-अमेरिका दोस्ती की प्रबल समर्थक रही हैं।”
गबार्ड ने भी अपनी नियुक्ति के बाद भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई और पीएम मोदी से मुलाकात को बेहद खास बताया। इस महत्वपूर्ण बातचीत में दोनों नेताओं ने वैश्विक रणनीतिक साझेदारी, आर्थिक सहयोग और रक्षा संबंधों पर भी चर्चा की।
तुलसी गबार्ड की नियुक्ति क्यों विवादास्पद?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से की गई तमाम नियुक्तियों में तुलसी गबार्ड को सबसे अधिक विवादास्पद चयन माना जा रहा है। अमेरिकी सीनेट में उनके नाम की पुष्टि को लेकर जोरदार बहस हुई। सीनेट में हुए औपचारिक मतदान में गबार्ड के पक्ष में 52 वोट पड़े, जबकि 48 सांसदों ने उनके खिलाफ मतदान किया। केंटकी के रिपब्लिकन सीनेटर मिच मैककोनेल ने उनका खुलकर विरोध किया।
व्हाइट हाउस के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए कहा गया, “अमेरिका को फिर से सुरक्षित बनाने के लिए तुलसी गबार्ड को ओवल ऑफिस में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) के रूप में शपथ दिलाई गई।” यह बयान उनकी नियुक्ति को लेकर ट्रंप प्रशासन के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
पीएम मोदी का अमेरिका दौरा और प्रवासी भारतीयों का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति ट्रंप के निमंत्रण पर दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे ट्रंप से मुलाकात और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने को लेकर उत्सुक हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका, दोनों देशों के नागरिकों के लाभ और वैश्विक हितों को ध्यान में रखते हुए मिलकर काम करते रहेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी अपने इस दौरे के दौरान अमेरिकी कैबिनेट के प्रमुख सदस्यों और उद्योग जगत के दिग्गजों से भी मुलाकात करेंगे।
अमेरिका पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का भारतीय प्रवासियों ने भव्य स्वागत किया। वाशिंगटन डीसी स्थित ब्लेयर हाउस में उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी एकत्रित हुए। इस दौरान लोगों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। सर्दी के बावजूद इस गर्मजोशी से भरे स्वागत से अभिभूत होकर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “ठंड के मौसम के बावजूद, वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा विशेष रूप से स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।”
भारत-अमेरिका संबंधों में नया अध्याय
तुलसी गबार्ड की नई भूमिका और पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से दोनों देशों के बीच रणनीतिक और कूटनीतिक संबंध और अधिक मजबूत होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में गबार्ड की नियुक्ति भारत-अमेरिका सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत मानी जा रही है। वहीं, पीएम मोदी की इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊंचाइयां छूने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
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