संसद के बजट सत्र का पांचवां दिन: प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर दिया जवाब

गुरुवार (6 जनवरी 2025) को संसद के बजट सत्र के पांचवें दिन राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने देश की उपलब्धियों, ‘सबका साथ सबका विकास’, जातिवाद, और कांग्रेस के मॉडल पर चर्चा की।
राष्ट्रपति के अभिभाषण की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने भारत की उपलब्धियों, दुनिया की भारत से अपेक्षाओं और सामान्य नागरिकों के आत्मविश्वास व विकसित भारत के संकल्प पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने देश को आगे बढ़ाने की दिशा स्पष्ट कर दी है।
कांग्रेस पर हमला: ‘फैमिली फर्स्ट’ मॉडल की आलोचना
पीएम मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक ऐसा राजनीतिक मॉडल तैयार किया था जिसमें झूठ, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का घालमेल था। उनका मॉडल ‘फैमिली फर्स्ट’ की अवधारणा पर आधारित था, इसलिए उनकी नीति और कार्यशैली इसी को बनाए रखने में व्यस्त रही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के पास लंबे समय तक कोई विकल्प नहीं था, लेकिन अब जनता ने विकास मॉडल को स्वीकार किया है और हमें तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार का मॉडल ‘तुष्टिकरण नहीं, बल्कि संतुष्टिकरण’ का है।
जातिवाद और ओबीसी आयोग पर चर्चा
पीएम मोदी ने कहा कि आज जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि तीन दशकों तक दोनों सदनों में OBC सांसदों ने OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग की, लेकिन कांग्रेस सरकारों ने इसे ठुकरा दिया क्योंकि यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं था।
बाबा साहेब अंबेडकर और कांग्रेस
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति असंतोष का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को उनसे इतनी नफरत थी कि उन्होंने उन्हें दो बार चुनाव में हराने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि इसके सभी दस्तावेज मौजूद हैं और कांग्रेस उनके हर विचार से चिढ़ती थी।
‘सबका साथ, सबका विकास’ और नारीशक्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को अपनी सरकार की प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण दिया गया और यह बिना किसी तनाव के हुआ। SC, ST और OBC समुदायों ने भी इस फैसले का स्वागत किया। इसके अलावा, उन्होंने मुद्रा योजना के तहत हर कारीगर और समुदाय के सशक्तिकरण की भी बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए और अपनी सरकार की नीतियों की मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने विकास, नारीशक्ति, जातिवाद और तुष्टिकरण के मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी। अब देखना होगा कि इस भाषण के बाद राजनीतिक माहौल किस दिशा में आगे बढ़ता है।
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