महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीएम योगी की सतर्कता, श्रद्धालुओं से की अहम अपील

प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ के कारण हुई भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों से लगातार अपडेट लेते हुए श्रद्धालुओं से संयम और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु जिस घाट के पास हैं, वहीं स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने से बचें।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, महाकुंभ में ऐतिहासिक संख्या
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सीएम योगी ने बताया कि मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से एक दिन पूर्व ही करीब 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। वहीं, मौनी अमावस्या के मुख्य स्नान दिवस पर यह संख्या 8 से 10 करोड़ तक पहुंच गई।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, यह एक ऐतिहासिक आंकड़ा है, और इतनी भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।
भगदड़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री की सख्त नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि संगम नोज पर अत्यधिक दबाव के चलते कुछ श्रद्धालुओं के बैरिकेड्स फांदने की घटनाएं सामने आईं। इसके कारण रात एक-दो बजे के बीच कुछ श्रद्धालु घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
सीएम ने कहा कि घायलों का उपचार विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा हुआ है।
पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों की भी खास नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह से अब तक चार बार महाकुंभ की स्थिति पर अपडेट ले चुके हैं। इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाई-लेवल बैठक जारी
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और कुंभ आयोजन को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन हाई-लेवल बैठकों में जुटा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी, प्रमुख सचिव सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं।
अखाड़ा परिषद से संतों का समर्थन, पहले श्रद्धालु करेंगे स्नान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ा परिषद से जुड़े संतों से बातचीत की और उनसे सहयोग की अपील की। संत समाज ने मुख्यमंत्री की अपील स्वीकारते हुए कहा कि पहले आम श्रद्धालु स्नान करेंगे, उसके बाद ही अखाड़े के संत संगम स्नान करेंगे। इससे भीड़ का दबाव कम होगा और स्नान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चलेगी।
सीएम की अपील: अफवाहों पर ध्यान न दें, प्रशासन पर रखें विश्वास
सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “यह आयोजन श्रद्धालुओं का है, प्रशासन आपकी सेवा में तत्पर है। सरकार पूरी मजबूती से सहयोग के लिए खड़ी है।”
उन्होंने बताया कि संगम, नागवासुकी और अखाड़ा मार्ग पर अत्यधिक दबाव है। ऐसे में श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन की बातों को गंभीरता से लें।
महाकुंभ में स्नान के लिए वैकल्पिक घाटों का उपयोग करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15-20 किलोमीटर के दायरे में कई अस्थायी घाट बनाए गए हैं, जिनका उपयोग श्रद्धालु कर सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि सभी श्रद्धालु संगम नोज की ओर ही जाएं। इससे भीड़ का दबाव कम होगा और श्रद्धालुओं को सुगमता से स्नान का लाभ मिलेगा।
महाकुंभ में उमड़ी ऐतिहासिक भीड़ के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सतर्कता और त्वरित निर्णयों से स्थिति नियंत्रण में है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है। सीएम योगी की अपील और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था से श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम स्नान करने में मदद मिलेगी।
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