कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन बुधवार को पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने किया। इस खास मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और करीब 400 वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। लंबे समय तक 24 अकबर रोड से संचालित होने के बाद, अब कांग्रेस का नया पता 9ए, कोटला रोड होगा।
इंदिरा भवन: 15 साल की प्रतीक्षा के बाद तैयार नया मुख्यालय नए कांग्रेस मुख्यालय की नींव 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने रखी थी। 15 वर्षों की कड़ी मेहनत और कई बाधाओं को पार करने के बाद यह भव्य भवन बनकर तैयार हुआ है। इस मुख्यालय का स्थान दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर भाजपा के मुख्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर है।
मुख्यालय का अनोखा प्रवेश द्वार नए मुख्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर है। लेकिन, इस मार्ग पर भाजपा मुख्यालय का पता होने के कारण कांग्रेस ने इसका प्रवेश पीछे के दरवाजे से रखा है, जो कोटला रोड पर खुलता है।
पुराने मुख्यालय का इतिहास: 24 अकबर रोड से इंदिरा भवन तक का सफर 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय का एक समृद्ध इतिहास रहा है। इसे कभी ‘बर्मा हाउस’ के नाम से जाना जाता था। यह बंगला पंडित नेहरू द्वारा म्यांमार की राजदूत डॉ. खिन काई को दिया गया था, जो आंग सान सू की की मां थीं।
24 अकबर रोड: कांग्रेस का लकी चार्म 1978 में पार्टी के बंटवारे के बाद यह स्थान कांग्रेस मुख्यालय बना। यहां से कांग्रेस ने 1980 के मध्यावधि चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज की। यह स्थान चार प्रधानमंत्रियों – इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पी.वी. नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह – के नेतृत्व का साक्षी रहा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश और नए कार्यालय की आवश्यकता सुप्रीम कोर्ट ने लुटियंस दिल्ली में भीड़भाड़ कम करने के लिए सभी राजनीतिक दलों को नए स्थानों पर कार्यालय स्थापित करने का निर्देश दिया था। भाजपा ने सबसे पहले 2018 में दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर नया मुख्यालय बनाया। कांग्रेस ने भी उसी मार्ग के पास इंदिरा भवन तैयार किया।
इंदिरा भवन: नया ठिकाना, नई शुरुआत नए मुख्यालय का नाम इंदिरा गांधी के सम्मान में ‘इंदिरा भवन’ रखा गया है। यह आधुनिक सुविधाओं और बेहतर प्रबंधन के साथ तैयार किया गया है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि यह स्थान कांग्रेस के लिए एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र बनेगा।
क्या है खास? प्रशस्त परिसर: नए भवन में सभी विभागों के लिए अलग-अलग कार्यालय और बैठक कक्ष हैं। आधुनिक सुविधाएं: मीडिया सेंटर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और रिकॉर्डिंग स्टूडियो। इतिहास को सम्मान: भवन में कांग्रेस के इतिहास और उपलब्धियों को दर्शाने वाला संग्रहालय भी बनाया गया है।
पुराना कार्यालय रहेगा सक्रिय सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस 24 अकबर रोड का उपयोग बड़े नेताओं की अनौपचारिक बैठकों और अन्य गतिविधियों के लिए जारी रखेगी।
कांग्रेस और भाजपा मुख्यालय के करीब रहने का संदेश भाजपा और कांग्रेस के मुख्यालयों का निकट होना भारतीय राजनीति में दिलचस्प संयोग है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और संवाद का प्रतीक बताया।
सोनिया गांधी का संदेश उद्घाटन समारोह में सोनिया गांधी ने कहा, “यह मुख्यालय न केवल एक भवन है, बल्कि कांग्रेस के मूल्यों और विचारधारा का प्रतीक है। हमें इसे एक नई शुरुआत का केंद्र बनाना होगा।”
नया भवन, नई उम्मीदें कांग्रेस के लिए इंदिरा भवन न केवल एक नई जगह है, बल्कि नई सोच और रणनीति के साथ आगे बढ़ने का अवसर भी। यह भवन कांग्रेस की नई यात्रा का प्रतीक बनेगा, जहां पार्टी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एकजुट होकर कार्य करेगी।
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