सर्दियों में सेहत का खजाना: कांजी के फायदे और इसे बनाने के आसान तरीके

सर्दियों का मौसम आते ही सेहतमंद और गर्म रखने वाले फूड आइटम्स की डिमांड बढ़ जाती है। ठंड के इस मौसम में शरीर को हेल्दी रखने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कांजी का सेवन एक बेहतरीन विकल्प है। कांजी एक फर्मेंटेड ड्रिंक है, जो प्राकृतिक प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होती है। यह न केवल आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करती है। आइए, सर्दियों में लाभकारी कांजी के प्रकार और इसे बनाने के तरीकों पर नज़र डालते हैं।
कांजी के स्वास्थ्य लाभ
इम्युनिटी बूस्टर: कांजी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। इसमें मौजूद फर्मेंटेड बैक्टीरिया शरीर को बीमारियों से बचाते हैं।
पाचन तंत्र को सुधारना: कांजी प्राकृतिक प्रोबायोटिक होने के कारण आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखती है और पाचन में सुधार करती है।
डिटॉक्सिफिकेशन: कांजी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है, जिससे शरीर हल्का और स्वस्थ महसूस करता है।
जोड़ों के दर्द में राहत: कांजी में उपयोग होने वाले मसाले और सामग्री शरीर की सूजन को कम करते हैं और जोड़ों के दर्द में राहत देते हैं।
विभिन्न प्रकार की कांजी
1. गाजर और चुकंदर की कांजी
यह कांजी सबसे लोकप्रिय और पौष्टिक मानी जाती है। गाजर और चुकंदर के टुकड़ों को सरसों के दाने, नमक और पानी में मिलाकर 3-4 दिनों तक फर्मेंटेशन के लिए रखा जाता है। इसका गहरा लाल रंग और खट्टा-तीखा स्वाद इसे खास बनाता है।
2. काले गाजर की कांजी
काले गाजर सर्दियों की विशेषता हैं। इनका उपयोग कांजी में करने से यह न केवल स्वादिष्ट बनती है, बल्कि एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है। इसे सरसों और लाल मिर्च के मसाले के साथ तैयार किया जाता है।
3. मूली की कांजी
मूली अपने डिटॉक्सीफाइंग गुणों के लिए जानी जाती है। मूली के पतले टुकड़ों को सरसों और अदरक के साथ मिलाकर तैयार की गई यह कांजी पाचन में सुधार करती है और शरीर को अंदर से साफ करती है।
4. मिक्स सब्जी की कांजी
उबले आलू, फूलगोभी और गाजर का यह मिक्स कांजी को नया स्वाद और कुरकुरापन देता है। यह कांजी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए भी बेहतरीन है। इसे अदरक, सरसों का तेल, हींग और सरसों जैसे मसालों से तीखा बनाया जा सकता है।
5. मेथी दाना और मूली की कांजी
मेथी दाना और मूली का मेल कांजी को औषधीय गुण प्रदान करता है। यह सर्दियों में जोड़ों के दर्द और शरीर की थकावट को दूर करने में मदद करती है।
6. हल्दी और गाजर की कांजी
हल्दी के एंटीसेप्टिक गुण गाजर के साथ मिलकर शरीर को इन्फेक्शन से बचाने वाली औषधीय कांजी बनाते हैं। यह स्वाद और सेहत का बेहतरीन मिक्स है।
कांजी बनाने का आसान तरीका
सामग्री तैयार करें
गाजर, चुकंदर, मूली, या अन्य सब्जियां धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें।
सरसों के दाने, हींग, लाल मिर्च पाउडर, नमक और मसाले लें।
फर्मेंटेशन की प्रक्रिया:
सब्जियों को उबालकर छान लें और ठंडा करें।
कांच के जार या मटके में उबालकर ठंडा किया हुआ पानी भरें।
इसमें सब्जियां और मसाले डालें।
जार को 3-4 दिनों तक धूप में रखें और दिन में दो बार हिलाएं।
कांजी तैयार
5वें दिन से कांजी पीने के लिए तैयार हो जाएगी।
इसे ठंडा करके परोसें और स्वास्थ्य का आनंद लें।
कांजी सर्दियों में शरीर को गर्म और स्वस्थ बनाए रखने का एक प्राचीन लेकिन प्रभावी उपाय है। इसमें मौजूद फर्मेंटेड गुण और पौष्टिक सामग्री न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। इस सर्दी, कांजी को अपनी डाइट में शामिल करें और ठंड के मौसम का भरपूर आनंद लें।
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