नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे आमतौर पर जेवर एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है, उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में बन रहा है। यह भारत का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट प्रोजेक्ट है और विमानन क्षेत्र में एक गेम-चेंजर के रूप में देखा जा रहा है। इस परियोजना का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के विकास में व्यापक योगदान देना है।
मुख्य तथ्य
परियोजना का स्वरूप और प्रगति: एयरपोर्ट चार चरणों में विकसित किया जाएगा, जिसकी कुल क्षमता 70 मिलियन यात्रियों तक होगी। पहले चरण में 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की योजना है। पहले चरण के निर्माण के लिए 1,365 हेक्टेयर भूमि का उपयोग हो रहा है और अप्रैल 2025 में वाणिज्यिक उड़ानों के लिए तैयार होगा। दिसंबर 2024 में ट्रायल उड़ानों का संचालन शुरू होगा, जिसमें रनवे और टर्मिनल तैयार हैं।
तकनीकी विशेषताएं और कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें बुलेट ट्रेन, मेट्रो और सड़क मार्गों के साथ निर्बाध कनेक्टिविटी शामिल होगी। पहले चरण में एक रनवे चालू होगा और परियोजना की पूरी होने पर छह रनवे होंगे।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव: परियोजना से 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार को प्रति यात्री लगभग ₹400 का राजस्व प्राप्त होगा, जो राज्य की विमानन आय का 40-50% हो सकता है। यह एयरपोर्ट क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों, निर्यात और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
आने वाले विस्तार की योजनाएं
तीसरे चरण के लिए 2,053 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का काम जारी है, जिसमें 14 गांवों की भूमि शामिल होगी। इस चरण में तीन अतिरिक्त रनवे बनाए जाएंगे। विस्तारित एयरपोर्ट से भविष्य में कार्गो और लॉजिस्टिक्स में वृद्धि होगी, जिससे उत्तर भारत का औद्योगिक आधार और मजबूत होगा।
वाणिज्यिक ऑपरेशन की तैयारी
एयरलाइंस इंडिगो और अकासा एयरलाइंस ने पहले ही यहां संचालन के लिए एमओयू साइन कर लिया है। दिसंबर 2024 में परीक्षण उड़ानों की योजना है, जिसमें एयरपोर्ट की संचालन क्षमता की जांच की जाएगी।
भविष्य की संभावनाएं
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भारत के विमानन और परिवहन क्षेत्र में क्रांति लाने वाला प्रोजेक्ट माना जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख व्यापार और यात्रा केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना केवल एक एयरपोर्ट नहीं है, बल्कि एक व्यापक आर्थिक विकास मॉडल है, जो पूरे क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखता है।
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