फिरोजाबाद:- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार रात एक भयानक दुर्घटना ने कई परिवारों की खुशियाँ छीन लीं। एक टूरिस्ट बस, जो मथुरा में बालक का मुंडन करवा कर लखनऊ लौट रही थी, अचानक खड़े डंपर से टकरा गई। इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई, जिनमें एक महिला भी शामिल थी। वहीं 20 लोग घायल हो गए, जिनमें से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटना ने एक ही परिवार के कई सदस्य खो दिए और एक खुशहाल यात्रा को नर्क में बदल दिया।
दुर्घटना की तफ्तीश से पता चला कि बस चालक नशे में था और उसका अभाव इस हादसे के पीछे प्रमुख कारण बना। घटना के समय अधिकांश यात्री सो रहे थे, जिससे कोई भी यात्री घटना के समय तुरंत प्रतिक्रिया नहीं कर सका। जैसे ही बस डंपर से टकराई, आसपास के ग्रामीणों ने मदद के लिए तुरंत कदम बढ़ाए। एसपी ग्रामीण अखिलेश भदौरिया और यूपीडा की टीम भी मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू किया। घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया, और गंभीर रूप से घायल छह यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया। यह घटना पूरे क्षेत्र में एक खौफनाक उदाहरण बन गई कि कैसे लापरवाही और नशे की हालत में गाड़ी चलाने का खामियाजा बेमौत मौतों के रूप में होता है।
बस के चालक की लापरवाही और शराब पीने का खतरनाक परिणाम यह घटना बस चालक रवि सैनी की लापरवाही का नतीजा थी, जिसने शराब पीकर गाड़ी चलाई। पुलिस ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर यात्रा के दौरान बस का एक्सल टूट गया था, जिससे बस को नियंत्रण में रखने में कठिनाई हुई और वह खड़े डंपर से टकरा गई। इससे पहले बस चालक ने रास्ते में कहीं खाना खाया और उसी दौरान शराब भी पी ली थी। यह दर्शाता है कि लापरवाह ड्राइविंग और शराब पीकर गाड़ी चलाना एक बहुत बड़ी गलती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है।
दूसरी दुर्घटना: गुजरात से आ रहे श्रद्धालुओं की खौ़फनाक यात्रा शिकोहाबाद एक्सप्रेसवे पर घटित दूसरी दुर्घटना भी उतनी ही दिल दहला देने वाली थी। सिल्वासा (दादर नगर हवेली) निवासी कांति भाई और उनके परिवार के सदस्य दो नवंबर को धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के लिए निकले थे। 19 लोगों का यह समूह गुजरात के हिंगराज गोमतीनगर से धार्मिक यात्रा पर रवाना हुआ था और अयोध्या में मंदिरों के दर्शन करने के बाद मथुरा-वृंदावन की यात्रा कर रहा था। लेकिन जैसे ही उनकी ट्रैवलर बस सुबह साढ़े पांच बजे नसीरपुर क्षेत्र के पास खड़े कंटेनर से टकराई, वह हादसा भी बड़े रूप में तब्दील हो गया।
ट्रैवलर बस ने पीछे से खड़े कंटेनर को टक्कर मारी, जिससे कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के बाद कंटेनर का चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने तत्परता से मौके पर पहुंचकर घायल यात्रियों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल भेजा। हालांकि, इस हादसे में भी कई लोग अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों में 49 वर्षीय कल्पना, 31 वर्षीय रीनल, 38 वर्षीय रेखा, डेढ़ वर्षीय परसा पटेल, 60 वर्षीय राधा बेन, 16 वर्षीय वेद भंडारी, 38 वर्षीय निशा और कई अन्य शामिल थे। ट्रैवलर के चालक मनीष सहित सभी घायल यात्रियों को जिला अस्पताल भेजा गया और उनमें से कुछ को गंभीर हालत में सैफई पीजीआई और आगरा रेफर किया गया।
दुर्घटनाओं के कारण और जिम्मेदारी इन दोनों घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि लापरवाह ड्राइविंग और वाहनों की उचित देखभाल की कमी, खासकर लंबी दूरी की यात्रा में, कितनी खतरनाक हो सकती है। हर साल देशभर में हजारों दुर्घटनाएँ होती हैं, जिनमें अनगिनत लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। इनमें से अधिकांश घटनाओं का कारण चालक की लापरवाही, शराब पीकर गाड़ी चलाना, वाहन की सही मेंटेनेंस की कमी और सड़क पर मौजूद अव्यवस्थाएँ होती हैं। यात्री गाड़ियों के बारे में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
हादसों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम 1. ड्राइवर का स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति: यात्रा से पहले यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि चालक पूरी तरह से स्वस्थ और नशामुक्त है। इससे दुर्घटनाओं के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 2. गाड़ी की मेंटेनेंस: वाहन की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए, ताकि कोई तकनीकी खामी होने पर तुरंत उसका समाधान किया जा सके। 3. यात्रियों की सुरक्षा: यात्रियों को यात्रा के दौरान सीट बेल्ट का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए, क्योंकि यह दुर्घटना के समय सुरक्षा प्रदान कर सकता है। 4. नियंत्रित गति: एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाने से पहले गाड़ी की गति को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में वाहन को आसानी से नियंत्रित किया जा सके।
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