बहराइच:- मूर्ति विसर्जन के बाद उत्पन्न हुई हिंसा ने पूरे जिले को दहशत में डाल दिया है। रविवार को शुरू हुए इस बवाल ने सोमवार को और विकराल रूप ले लिया, जब उपद्रवियों ने वाहनों, दुकानों और लोगों की संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया। आगजनी से लगभग दो करोड़ रुपये की संपत्ति के जलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
घटना की शुरुआत हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में हुई, जहां विसर्जन के दौरान पथराव और गोलीबारी में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की मौत हो गई। इस घटना ने हालात को बेकाबू कर दिया, जिससे जिले में प्रतिमा विसर्जन रोकना पड़ा। शहर में स्टीलगंज तालाब के पास बाइक में आग लगा दी गई, जबकि अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
सोमवार को एक दिव्यांग युवक की मौत की अफवाह ने माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया। रमवापुर चौराहे के पास उपद्रवियों ने दो वाहनों को आग लगा दी, और एक पत्रकार को भी भीड़ ने पीट दिया। महराजगंज में निजी अस्पताल, बाइक शोरूम, और अन्य स्थानों पर व्यापक आगजनी की गई।
पुलिस और उपद्रवियों के बीच घंटों तक गोरिल्ला युद्ध चलता रहा, जिसमें पुलिस के पसीने छूटते रहे। इस स्थिति के बीच हरदी थानाध्यक्ष और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया। गांवों में लोग अपने घर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। इस पूरे घटनाक्रम ने बहराइच में असुरक्षा का माहौल बना दिया है, और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है।
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