गाजियाबाद का नया बस अड्डा: सफर का नया दौर, सुविधा का नया स्वर

साहिबाबाद:- गाजियाबाद बस अड्डे के निर्माण में तेजी लाने के लिए परिसर में पेड़ों के कटने का कार्य शुरू हो गया है। अगले एक सप्ताह में सभी पेड़ों को काटने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे निर्माण प्रक्रिया में गति लाई जा सके। यह परियोजना ओमेक्स कंपनी द्वारा पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत संचालित की जा रही है और इसका बजट लगभग 61 करोड़ रुपये है।
गाजियाबाद बस अड्डा आधुनिक हवाई अड्डे के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। हालांकि, परिसर में मौजूद लगभग 25 छोटे-बड़े पेड़, जैसे अशोक, पीपल, पिलखन, केसिया सामिया, एलस्टोनिया, बरगद और शीशम, निर्माण कार्य में बाधा डाल रहे थे।
निर्माण कंपनी ने परिवहन निगम से इन पेड़ों को कटवाने की अनुमति मांगी थी। इसके बाद वन विभाग से पेड़ों की कीमत लगवाई गई और मेरठ स्थित कार्यालय में उनकी बोली भी लगाई गई। जानकारी के अनुसार, पेड़ों की बोली एक लाख, एक हजार रुपये में तय की गई है।
गाजियाबाद डिपो की सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, सीमा शिवहरे, ने बताया कि पेड़ों को काटने का कार्य बृहस्पतिवार से शुरू हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि इस प्रक्रिया के बाद निर्माण कार्य में तेजी आएगी और गाजियाबाद के निवासियों को जल्द ही एक आधुनिक बस अड्डे की सुविधा मिलेगी।
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