गाजियाबाद:- गुरुवार शाम को ट्रॉनिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र में एक ई-रिक्शा और ई-स्कूटी बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिससे कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। घटना के समय, फैक्ट्री में आठ से दस लोग मौजूद थे, जिन्हें समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग की वजह से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और आग बुझाने के लिए 20 से अधिक अग्निशामक टैंकरों का सहारा लिया गया।
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है, और यह भी सामने आया कि फैक्ट्री मालिकों के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी नहीं थी। हादसा शाम छह बजे तीसरे तल पर शुरू हुआ, जहां आग तेजी से फैल गई। कर्मचारियों ने पहले अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे।
अग्निशामक और पुलिस को सूचना देने के बाद, मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि, आग बुझाने वाली गाड़ी 20 मिनट बाद आई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। अग्निशमन विभाग ने विभिन्न स्टेशनों और बागपत से कुल आठ गाड़ियाँ मंगवाईं और रात साढ़े नौ बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने कहा कि फैक्ट्री में आग बुझाने के उपकरण तो मौजूद थे, लेकिन उनका इस्तेमाल कैसे हुआ, इस पर अभी जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि आग लगने की सूचना में देरी से स्थिति बिगड़ गई। बिजली की आपूर्ति रोकने के कारण आसपास की अन्य फैक्ट्रियों का उत्पादन प्रभावित हुआ।
खुशकिस्मती से, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन नुकसान का आकलन जारी है। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने में मदद की, जिससे आग को फैक्ट्री के भूतल और अन्य फैक्ट्रियों तक फैलने से रोका जा सका। यह घटना सुरक्षा उपायों की अनिवार्यता को एक बार फिर स्पष्ट करती है, और सभी उद्यमियों को इसकी गंभीरता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
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