गाजियाबाद:- एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार को कचहरी में अपनी बेटी हिना की जमानत कराने आई मां परवीन की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई। हिना को पॉक्सो कोर्ट ने बुधवार को जेल भेजा था, और परवीन जमानत की प्रक्रिया के लिए कचहरी पहुंची थी। सीएमएस डॉ. वीसी पांडेय के अनुसार, महिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुकी थी। यह घटना न केवल परवीन के परिवार के लिए बल्कि कचहरी परिसर में मौजूद लोगों के लिए भी शॉकिंग रही।
नंदग्राम निवासी परवीन (55) अपनी बेटी हिना खान की जमानत के सिलसिले में कचहरी आईं। बृहस्पतिवार को अदालत से लौटने के बाद परवीन अपने अधिवक्ता के चैंबर पर पहुंची, जहां अचानक उन्हें सीने में दर्द हुआ और वह गिर पड़ीं। तत्काल मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने सीबीआई कोर्ट के स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर को सूचित किया। डॉक्टर ने परवीन को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया और पुष्टि की कि उसे हार्ट अटैक आया है। इसके बाद कचहरी चौकी इंचार्ज ने परवीन को अपनी गाड़ी से संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।
अधिवक्ता मनोज नागवंशी ने बताया कि नंदग्राम में एक किशोरी के साथ छेड़छाड़ के विरोध में आरोपी युवक के परिवार और किशोरी के परिवार के बीच झगड़े के बाद विवाद बढ़ गया। इस दौरान हिना खान भी बीच-बचाव के लिए मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद पुलिस ने उसे भी आरोपी बना दिया। अदालत से जमानत मिलने के बावजूद, किशोरी ने अदालत में बयान दिया कि हिना का उनके केस से कोई संबंध नहीं है।
हिना के पूर्व अधिवक्ता ने सलाह दी कि अदालत की पेशियों से बचना बेहतर होगा, और हिना ने पेशी पर जाना बंद कर दिया। कई बार पेशी में न आने पर अदालत ने हिना के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। बृहस्पतिवार को अदालत में पेश होने के बाद हिना ने वारंट निरस्त करने की अर्जी लगाई, लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर उसे जेल भेज दिया।
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