इजरायल- हमास युद्ध:-पिछले दस महीनों से जारी हमास और इजरायली लड़ाई की विनाश में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है, और लाखों लोग घायल और विस्थापित हो गए हैं। फिलिस्तीन में मारे गए लोगों की संख्या लगभग 40 हजार तक पहुँच चुकी है।
युद्ध में मारे गए और घायल हुए लोगों की संख्या एक ओर, जबकि दूसरी ओर वे निर्दोष बच्चे हैं जो अपने माता-पिता से बिछड़ चुके हैं। दस महीने से अधिक समय से जारी हमास-इजरायल युद्ध में लगातार बमबारी ने बड़े परिवारों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों से और बच्चे अपने माता-पिता या भाई-बहनों से बिछड़ गए हैं।
माता-पिता की मौत, तीन महीने का अबू हया जीवित
युद्ध के दौरान जीवित बचे रीम अबू हया नामक तीन महीने के शिशु का एक उदाहरण सामने आया है। सोमवार रात गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमले में रीम जीवित तो बच गया, लेकिन उसके पूरे परिवार की मृत्यु हो गई।एक अलग हमले में मोहम्मद अबुएल कोमासन ने अपनी पत्नी और चार दिन के जुड़वां बच्चों को खो दिया। हमलों में बच गए बच्चों में से कुछ इतने छोटे हैं कि उन्हें अपने खोए हुए परिजनों की याद भी नहीं है। सोमवार रात इजरायली हमले में खान यूनिस के एक घर के तबाह हो जाने से 10 लोग मारे गए। छोटे अबू हया के माता-पिता और पांच भाई-बहनों की मौत हो गई, और तीन अन्य बच्चों के माता-पिता भी हमले में मारे गए। इस घटना में चार बच्चे घायल हो गए।
17,000 बच्चे अब बेसहारा हैं
संयुक्त राष्ट्र ने इस साल फरवरी में एक अनुमान लगाया था कि गाजा में लगभग 17,000 बच्चे अब बेसहारा हैं। तब से यह संख्या निरंतर बढ़ रही है।
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