वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर संसद में काफी विवाद हुआ है। दोनों सदनों में इस विधेयक पर तीखी बहस हुई, जिसके बाद सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने इसे जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) को भेजने का निर्णय लिया। अब खबर आ रही है कि इस समिति की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदंबिका पाल करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, जगदंबिका पाल के नेतृत्व में इस विधेयक की जांच की जाएगी।
संयुक्त समिति में कुल 31 सदस्य
लोकसभा में विपक्ष ने इस विधेयक के प्रावधानों का विरोध किया है। इसके परिणामस्वरूप, केंद्र सरकार ने इस विधेयक को संसद की संयुक्त समिति के पास भेजने का निर्णय लिया। गौरतलब है कि इस समिति में कुल 31 सदस्य होते हैं, जिनमें 21 सदस्य लोकसभा से और 10 सदस्य राज्यसभा से हैं। आगामी संसद सत्र में, संयुक्त समिति अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। पिछले शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन विधेयक को लोकसभा और राज्यसभा में प्रस्तुत किया था। अधिकारियों के अनुसार, जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में संयुक्त समिति जल्द ही एक औपचारिक अधिसूचना जारी कर सकती है।
सूची में ये नाम दर्ज हैं
लोकसभा के सदस्य निम्नलिखित हैं: जगदंबिका पाल, डॉ. निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, अपराजिता सारंगी, संजय जायसवाल, दिलीप शाक्य, अभिजीत गंगोपाध्याय, डी.के. अरुणा, गौरव गोगोई, इमरान मसूद, डॉ. मोहम्मद जावेद, मोहिबुल्लाह, कल्याण बनर्जी, ए. राजा, लावु श्री कृष्ण देवरायलु, दिलेश्वर कामेत, अरविंद सावंत, सुरेश गोपीनाथ, नरेश गणपत म्हस्के, अरुण भारती, और असदुद्दीन ओवैसी।
राज्यसभा के सदस्य निम्नलिखित हैं: बृज लाल, मेधा कुलकर्णी, गुलाम अली, डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, डॉ. सईद नसीर हुसैन, मोहम्मद नदीमुल हक, वी. वियसाई रेड्डी, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला, संजय सिंह, और डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े।
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