Paris Olympic 2024: भारत के Wrestler अमन सहरावत ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
भारत के अमन सहरावत ने इस श्रेणी के लिए राष्ट्रीय ट्रायल में पिछले ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट रवि दहिया को हराया था और फिर मई में इस्तांबुल में आयोजित वर्ल्ड रेसलिंग क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में पेरिस का कोटा प्राप्त किया था.
पेरिस ओलंपिक 2024:- में भारत को आखिरकार रेसलिंग में मेडल मिल ही गया। विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफिकेशन के बाद सारी नजरें अमन सहरावत पर थीं और उन्होंने निराश नहीं किया। अपने डेब्यू ओलंपिक में ही अमन ने पुरुषों के 57 किलोग्राम भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। अमन ने पुएर्टो रिको के पहलवान को ब्रॉन्ज मेडल मैच में एकतरफा अंदाज में 13-5 से हराकर यह मेडल जीता और इस प्रकार पेरिस ओलंपिक में भारत की झोली में छठा मेडल आ गया। कुल मिलाकर इन गेम्स में भारत का 5वां ब्रॉन्ज है। इतना ही नहीं,वे ओलंपिक में व्यक्तिगत इवेंट में मेडल जीतने वाले सबसे युवा भारतीय भी बन गए।
इस मुकाबले की शुरुआत में क्रूज ने अमन को मैट से बाहर करते हुए एक पॉइंट ले लिया था.अमन ने भी पलटवार करते हुए तुरंत ही लेग अटैक किया और दो पॉइंट्स हासिल कर लिए। पहले पीरियड में मुकाबला बहुत कड़ा चलता रहा और क्रूज ने एक बार फिर 3/2 की बढ़त बनाई,लेकिन अमन ने फिर से वापसी करते हुए 2 पॉइंट्स जोड़कर 4/3 की बढ़त ले ली। पहले पीरियड के तीन मिनट के अंत में आगे रहने के बाद, दूसरे पीरियड में भी अमन ने तेजी से स्कोर को 6/3 कर दिया। इसके बाद अमन का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने 7 और पॉइंट्स हासिल किए, जिससे 13/5 से जीत दर्ज कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
रेसलिंग में लगातार 5वें ओलंपिक में सफलता
अमन की इस बेहतरीन उपलब्धि के साथ ही भारत ने रेसलिंग में लगातार 5वें ओलंपिक में अपनी सफलता का सिलसिला जारी रखा है. बीजिंग 2008 में सुशील कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल के साथ शुरुआत की थी। फिर लंदन 2012 में सुशील ने सिल्वर मेडल जीता और योगेश्वर दत्त ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इसके बाद रियो 2016 में साक्षी मलिक ओलंपिक पोडियम पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं और उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसके बाद टोक्यो 2020 में रवि दहिया ने 57 किलो वर्ग में सिल्वर मेडल और बजरंग पुनिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। अब अमन ने इस सिलसिले को आगे बढ़ाया है।
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