नगर आयुक्त ने बताया कि Waste to Energy Plant के माध्यम से कूड़े से बिजली का उत्पादन होगा, जिससे गंदगी की समस्या का समाधान
नगर आयुक्त ने ग्रामीणों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की विशेषताओं और लाभों के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किए। नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि इस प्लांट के माध्यम से कूड़े से ऊर्जा का उत्पादन किया जाएगा, जिससे गंदगी की समस्या का समाधान होगा। आगे जानें, नगर आयुक्त ने और कौन-कौन सी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं।
गाजियाबाद:- गालंद में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के निर्माण के सिलसिले में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने गालंद का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत की। इस बैठक में प्लांट के बारे में विस्तार से चर्चा की गई, और ग्रामीणों ने गांव के विकास कार्यों पर भी अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
ग्रामीणों को Waste to Energy Plant के विषय में जानकारी प्रदान की गई
नगर आयुक्त ने सभी ग्रामीणों को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर ही एक वीडियो दिखाकर यह भी दर्शाया गया कि गुजरात के जामनगर में बिना किसी समस्या के कूड़े से बिजली का उत्पादन हो रहा है।
ग्रामीणों ने नगर आयुक्त के सामने अपनी राय रखी
ग्रामीणों ने डंपिंग ग्राउंड के निर्माण से उत्पन्न गंदगी और बदबू के मुद्दे को उठाया। इसके जवाब में, नगर आयुक्त ने उन्हें गुजरात, दिल्ली, इंदौर, और गोवा में चल रहे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट्स का दौरा करने का सुझाव दिया, ताकि वे पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।
साथ ही, मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने नगर आयुक्त के इस सुझाव का स्वागत करते हुए आपसी चर्चा के बाद निर्णय लेने की बात की।
आने वाली योजनाओं के तहत जनहित में काम किया जाएगा।
बातचीत के दौरान नगर आयुक्त ने ग्रामीणों को बताया कि उक्त स्थान पर डंपिंग ग्राउंड का निर्माण नहीं होगा। इसके बजाय, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने की योजना है। गाजियाबाद नगर निगम अपनी जमीन पर फिलहाल केवल बाउंड्री का निर्माण करेगा। इसके बाद, भविष्य की योजनाओं के अनुसार जनहित में कार्य किए जाएंगे।