गाजियाबाद : इन्वेस्ट कराने के नाम पर ठगी करने वाले दो पकड़े

गाजियाबाद। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने सिंगापुर में बैठकर इन्वेस्ट करने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों साइबर ठग आईसीए इन्वेस्टमेंट ग्रुप के हेड क्वार्टर सिंगापुर की बात कर लोगों से ठगी करते थे। यह दोनों साइबर अपराधी फर्म के नाम पर बैंक खाता खुलवाकर उनकी जानकारी दुबई में बैठे अपने साइबर अपराध की घटना में शामिल अपने साथियों को उपलब्ध कराकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। फिलहाल पुलिस दोनों अपराधियों से पूछताछ कर रही है।
मामले में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया पकड़े गए दोनों अपराधी नई दिल्ली के रहने वाले हैं। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम गांव दल्लूपुरा के रहने वाले राहुल और कृष्णा पार्क देवकाली के रहने वाले पवन उर्फ सौरव यादव बताया। पुलिस ने पूछताछ और तलाशी के दौरान राहुल और पवन से 86000 और 7 मोबाइल फोन जो की ठगी की घटना में इस्तेमाल किए जाते थे वह बरामद किए हैं। दोनों साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बीते दिनों शेयर ट्रेडिंग के नाम पर इंदिरापुरम इलाके के रहने वाले गौरव चौधरी नाम के व्यक्ति से 7.10 लाख रुपए की ठगी की थी। गौरव से ठगी की रकम पवन और राहुल ने कृष्णा गारमेंट्स नाम के फर्जी फॉर्म के खाते में ट्रांसफर करवाई थी। एडीसीपी ने यह भी बताया इन दोनों अपराधियों ने वसुंधरा सेक्टर 11 के एक परिसर में ऑफिस भी खोला था जहां लोगों के दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कुछ दिन के अंतराल पर नए-नए नाम से फर्जी फार्म खोलने थे। इतना ही नहीं दोनों लोग फर्जी जीएसटी, एमएसएमई प्रमाण पत्र तैयार कर कर फर्म के नाम खाता खुलवाते थे और उसे खाते को दुबई में बैठे अपने साथियों को दे देते थे।
निजी कंपनी में थे कर्मचारी
एडीसीपी ने यह भी बताया कि गौरव और राहुल निजी कंपनी में अकाउंटेंट के पद पर नौकरी करते हैं। 3 महीने में इन लोगों ने लगभग 25 खाते खुलवाकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए थे। पुलिस ने जिस खाते को ट्रेस करके राहुल और पवन की गिरफ्तारी की है उसे खाते में लगभग 2 करोड़ से ज्यादा की लेनदेन की जानकारी पुलिस को मिली है। साइबर क्राइम थाना पुलिस यह भी तलाश कर रही कि इसके अलावा अन्य कितने खातों में लोगों से ठगी की रकम को ट्रांसफर करवाया गया है। इसके अलावा पुलिस गौरव और राहुल से यह भी पूछताछ कर रही कि उनके साथ और कितने लोग साइबर अपराध ठगी की घटना करने वाले गिरोह में में शामिल है।
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