गाजियाबाद। ट्रैवल्स के बिजनेस में घाटा आने पर एक शख्स ने अपने बेटे की हादसे में मौत की साजिश रच डाली। इस मौत के बाद बीमा पालिसी के क्लेम से घाटा पूरा किया और गाजियाबाद आकर बस गया। यहां रिकार्ड में मृत बेटा अक्सर उससे मिलने भी आता था। मामले की भनक पर पुलिस ने बेटे को गुजरात में धर दबोचा। बाद में उसे यूपी पुलिस को सौंपा गया है।
पुलिस ने बताया कि नोएडा के दनकौर भट्टा पारसौल निवासी विजय पाल सिंह का ट्रैवल्स का काम था। उनको कारोबार में नुकसान हुआ। इसकी भरपाई के लिए उसने अपने दोस्त रामवीर सिंह, अभय सिंह के साथ मिलकर एक प्लान बनाया। विजयपाल ने अपने बेटे अनिल सिंह की कई बीमा पॉलिसी कराई थी। ऐसे में उसकी फर्जी मौत की कहानी रची गई। सभी ने मिलकर तय किया कि अनिल की फर्जी मौत दिखाकर बीमा की राशि ले लेंगे। इसके लिए उन्होंने अनिल की जगह किसी और को मरा हुआ दिखाना था। उन्होंने आगरा के रकाबगंज से मानसिक रूप से बीमार युवक का किडनैप किया। फिर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उन्होंने युवक को अनिल के कपडे़ पहना दिया। इसके बाद उसे अनिल की कार में ड्राइवर सीट पर बैठा कर आगरा किला के पास कार में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
56 लाख का क्लेम वसूला
आग में ड्राइवर सीट पर बैठा युवक बुरी तरह जल गया। इसके बाद शातिरों ने युवक को अनिल बताते हुए एक्सीडेंट में उसकी मौत होने की कहानी बनाई। शातिरों ने अनिल की मौत के फर्जी दस्तावेज तैयार कर अलग-अलग बीमा कंपनियों से 56 लाख रुपए का क्लेम ले लिया। गुजरात पुलिस को जनवरी में अनिल की हकीकत के बारे में पता चला। अनिल अहमदाबाद में राजकुमार बनकर रह रहा था। उसने वहां पर अपना फर्जी आधार और ड्राइविंग लाइसेंस समेत तमाम कागजात बनवा लिए थे। वो वहां पर टैक्सी चलाता था। उसका पिता विजयपाल गांव छोड़कर गजियाबाद के लोहिया नगर में रह रहा है।