औरैया। उत्तर प्रदेश के औरेया जिले में गुरुवार को बड़ी वारदात सामने आई है। इसमें मां ने तीन बच्चों को नदी में डुबोकर मार डाला। महिला चौथे बच्चे को भी मारने ही वाली थी, इसी बीच गांव वाले आ गए। दो बच्चों को नदी से निकाला। अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सबसे छोटे बच्चे का शव तुरंत नहीं मिला, जिसे बाद में गोताखोरों ने ढूंढ निकाला।
घटना फफूंद कोतवाली क्षेत्र के केशमपुर घाट की है। ग्रामीणों ने महिला को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस के मुताबिक, सूचना मिली कि सेंगर नदी के केशमपुर घाट पर दो बच्चों की डेडबॉडी मिली है। एक बच्चा पास में बैठा रो रहा है। मौके पर फफूंद और औरैया सीओ समेत कई थानों की फोर्स पहुंची। 8 साल के बच्चे सोनू ने पुलिस को बताया कि मां का नाम प्रियंका है। वह बसरेहर का रहने वाला है। डेढ़ साल पहले उसके पिता अवनीश की करंट लगने से मौत हो गई थी। घटनास्थल पर पहुंची प्रियंका की ताई गीता ने बताया- प्रियंका पति की मौत के बाद एक साल तक ससुराल में रही। उसके बाद मायके चली आई। यहां 6 महीने रही। करीब एक महीने से वो औरैया के मोहल्ला बनारसीदास में रहने वाले अपने चचेरे देवर आशीष के साथ रह रही थी। आशीष सैलून में काम करता है। ताई की मानें तो आशीष प्रियंका को तो साथ में रखने को राजी था। लेकिन उसके 4 बच्चों रखना नहीं चाहता था। इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो रहा था। इसी कारण गुस्से में आज सुबह प्रियंका 4 बच्चों सोनू, आदित्य (6), माधव (4) और डेढ़ साल के मंगल को लेकर ऑटो से निकली। घर से निकलते ही उसने मुझे कॉल करके कहा- मैं बच्चों को लेकर मरने जा रही हूं।
एक-एक करके डुबोती रही
जिंदा बचे बच्चे ने बताया कि मां हम लोगों को लेकर नदी किनारे आई और मेरे तीन भाइयों को कुछ खिला दिया। इसके बाद हम लोगों को नदी में धकेल दिया। हम लोगों के गिरते ही मां ने पहले आदित्य फिर माधव और उसके बाद मंगल का गला दबाकर डुबोया। इसके बाद मेरी तरफ दौड़ी तो मैं पानी से बाहर निकलकर भाग आया। एसपी चारु निगम के मुताबिक, गांव के लोगों को आते देख महिला बड़े बेटे सोनू को छोड़कर भाग गई। दोनों मृत बच्चों के मुंह से झाग आ रहा था। तलाश के बाद महिला को भी थोड़ी दूरी पर पकड़ लिया गया। गोताखोरों ने लापता डेढ़ साल के मासूम का शव नदी से बरामद कर लिया है।