गाजियाबाद। जिले की थाना इंदिरापुरम पुलिस ने बुद्ध चौक के पास बाइक सवार व्यक्ति को गोली मारकर घायल करने की घटना का खुलासा करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। सुपारी लेकर यह गोलीकांड हुआ था। इसकी वजह प्रापर्टी बताई जा रही है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चार जून को थाना इंदिरापुरम पर युसूफ पुत्र नवाब निवासी बडी मस्जिद के पास अर्थला, साहिबाबाद ने तहरीर दी गई कि इंदिरापुरम क्षेत्रान्तर्गत बुद्ध चौक के पास अज्ञात बाइक सवार दो व्यक्तियों द्वारा वादी के भाई को गोली मारकर घायल करने की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। इसी दौरान पुलिस ने तीन आरोपियों को इस घटना में शामिल होने पर गिरफ्तार किया है।
थाना इंदिरापुरम पुलिस ने सर्विलांस, मैनुअल इटिंलेजेन्स, मुखबिर खास व सीसीटीवी कैमरे से की गई पहचान के आधार पर उक्त घटना मे वांछित अभियुक्त शिशुपाल को गिरफ्तार किया गया है। शिशुपाल उपरोक्त से पूछताछ के आधार पर घटना में शामिल चार लोगों के नाम प्रकाश आए जिसमें मनोज प्रजापति व यूसूफ की भूमिका षडयंत्रकर्ता के रुप में बृजेश यादव की भूमिका पीडित को गोली मारने में और सुनील की भूमिका पीडित की रेकी करने वाले के रुप मे हुई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने षडयंत्र रचने वाले दोनो अभियुक्तों मनोज उर्फ सुभाष प्रजापति निवासी मकान नम्बर 264 मैन मार्केट बडी मस्जिद के पास अर्थला थाना साहिबाबाद गाजियाबाद और साजिश कर्ता यूसूफ पुत्र नवाव अली निवासी मकान नम्बर 138 मैन मार्केट बडी मस्जिद के पास अर्थला थाना साहिबाबाद गाजियाबाद को गिरफ्तार किया गया है। जबकि घटना मे वांछित अन्य दो अभियुक्तो बृजेश यादव और सुनील की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है।
भाई भी निकला साजिश में शामिल
गिरफ्तार अभियुक्त शिशुपाल ने बताया गया कि मैं मनोज प्रजापति उपरोक्त के यहां अर्थला मैन मार्केट बडी मस्जिद पर बालाजी स्वीटस की दुकान पर हलवाई का काम करता हूँ। मेरे मालिक मनोज प्रजापति का रजा खान पुत्र नवाव अली निवासी मैन मार्केट बडी मस्जिद के पास अर्थला थाना साहिबाबाद गाजियाबाद से मकान खरीदने को लेकर विवाद चल रहा था। मेरे मालिक मनोज प्रजापति व रजा खान के भाई युसूफ उपरोक्त द्वारा मुझे एक दिन बुलाकर रजा खान को मारने के लिए पैसे देने की बात कही गई। यह बात मैने अपने एक दोस्त सुनील को बताई जिसके द्वारा अपने एक दोस्त बृजेश को मेरे साथ मिलकर घटना करने के लिए प्लान बनाया गया। प्लानिंग के तहत ही हम लोगों ने गोली मारने की घटना को अंजाम दिया था और घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए थे।