गाजियाबाद। 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी के विवाद को लेकर हुई अमल यादव की हत्या की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल अमल यादव का अपने ही रिश्तेदार जिले सिंह से धोखाधड़ी को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस इस मामले में अमल यादव की हत्या करने के मामले में दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। जबकि तीसरा आरोपी फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने अब पकड़ा है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया की वेब सिटी थाना क्षेत्र के गांव बम्हेटा में 2 जून की रात को अमल यादव की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। अमल यादव की हत्या करने में जिले सिंह और उनके बेटे विष्णु उर्फ काले और अतुल यादव नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जिले सिंह और अतुल यादव को वारदात के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जबकि जिले सिंह का बेटा विष्णु उर्फ काले फरार हो गया था जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीम में जुटी हुई थी। पुलिस की टीम ने विष्णु उर्फ काले को चेकिंग अभियान के दौरान गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी।
बेटे के सामने हुई थी हत्या
एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपी विष्णु उर्फ काले ने बताया की अमल उनके यहां साहिबाबाद मंडी में काम करता था। अमल के पास रुपए थे रुपए मांगने पर आनाकानी करने लगा तब 2 जून को विष्णु उर्फ कल के पिता जिले सिंह अमल के प्लाट पर उससे पैसे मांगने थे। जहां उन दोनों का विवाद हो गया जिसके बाद अमल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उधर परिवार के लोगों को आरोप है कि अमल यादव के जिले सिंह के परिवार पर 10 लाख रुपए आ रहे थे। एसीपी ने अभी बताया कि जिस वक्त अमल की हत्या की गई थी उसे वक्त उनका बेटा वहां मौजूद था और 14 साल के बेटे की मौजूदगी में ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था।