ग्रेटर नोएडा। अतिक्रमण हटाने गई प्राधिकरण की टीम और गांव के लोगों के बीच हुई झड़प देखते ही देखते बवाल का रूप ले गई। वहां जमकर पथराव हुआ, इसमें प्राधिकरण के सुरक्षकर्मियों समेत कई गांव वाले भी घायल हुए हैं। बौखलाई भीड़ ने बिसरख थाने का घेराव कर ग्रामीणों को घायल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए इटेडा गांव गई। टीम के मुताबिक कुछ लोगों ने प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर लिया है। प्राधिकरण की जमीन को कब्जा मुक्त करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंची। इस दौरान बिसरख पुलिस और प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे। प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर दुकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर ग्रामीण पहुंच गए। प्राधिकरण की कार्रवाई का उन लोगो ने विरोध शुरू कर दिया। जबकि इसके बाद हुए पथराव में दोनों ओर से कई लोग घायल हुए हैं। इस प्रकरण में किसान के घायल होने पर किसान सभा के सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और उन्होंने बिसरख थाने का घेराव करना शुरू कर दिया।उन्होंने प्राधिकरण के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा जबरन आबादी की जमीन पर बनी हुई दुकानों को तोड़ा गया, जिसका किसानों ने विरोध कर दिया। प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियों ने किसान के सिर पर वार करके उसे घायल कर दिया।
जांच में जुटी पुलिस
बिसरख थाने पर भारी संख्या में किसान सभा के कार्यकर्ता और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी वह यह धरना समाप्त नहीं करेंगे। वहीं प्राधिकरण की तरफ से बताया गया कि प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर अवैध रूप से दुकानें बनाई गई थीं। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
बिसरख थाने पर भारी संख्या में किसान सभा के कार्यकर्ता और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी वह यह धरना समाप्त नहीं करेंगे। वहीं प्राधिकरण की तरफ से बताया गया कि प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर अवैध रूप से दुकानें बनाई गई थीं। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।