गाजियाबाद : ईंट व्यवसायी की एनेस्थीसिया की ओवरडोज से हुई थी मौत, इंजेक्शन लाने वाला वार्डब्वाय गिरफ्तार

गाजियाबाद। ईंट भट्ठा व्यवसायी को पहले एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया गया, जबकि बाद में हत्या हुई थी। इंजेक्शन एक निजी अस्पताल के वार्डब्वाय ने कातिलों को मुहैया कराया था। पुलिस ने इस वार्डब्वाय को पकड़ लिया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह भी कबूला है। थाना नंदग्राम के गांव सिकरोड निवासी देवेंद्र शर्मा भट्ठा व्यापारी हैं। उनका इकलौता बेटा योगेंद्र उर्फ गोलू उनके साथ कारोबार देखता था। उसने डीके ट्रेडर्स नाम से ऑफिस बनाया हुआ था। एक मई की शाम को वह ऑफिस बंद करके निकला लेकिन घर नहीं पहुंचा। इसके बाद योगेंद्र की लाश मेरठ के गांव सिवाया के पास एक खेत में दबी हुई मिली। इस मामले में विकास, मनीष और रोहित की गिरफ्तारी हुई थी। तीनों ने 10 लाख रुपए फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बात कबूली। पूछताछ में खुलासा हुआ कि किडनैपर्स ने योगेंद्र को बेहोश करने के लिए एनेस्थीसिया का इन्जेक्शन लगाया, लेकिन ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई।
गुलधर स्टेशन के पास से पकड़ा
पुलिस की जांच पड़ताल में एन्थीसिया का इन्जेक्शन सप्लाई करने वाले व्यक्ति का नाम सामने आ गया। नंदग्राम थाना पुलिस ने रविवार को 26 वर्षीय ईश्वरपाल को गाजियाबाद में गुलधर मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। वो मेरठ में इंचौली थाना क्षेत्र के मेंथना गांव का रहने वाला है और SDS हॉस्पिटल में बतौर वार्डबॉय काम करता है। पूछताछ में ईश्वरपाल ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार हुआ रोहित भी इसी हॉस्पिटल में काम करता था। कुछ दिनों पहले रोहित ने कहा कि मुझे बेहोश करने वाले इन्जेक्शन की जरूरत है। अगर तू मुझे लाकर देगा तो इसके बदले मैं अच्छे पैसे दूंगा। पैसों के लालच में मैंने एनेस्थीसिया इन्जेक्शन रोहित को दे दिए। जिसके बाद रोहित और अन्य लोगों ने इस इन्जेक्शन का गलत प्रयोग करके हत्या कर दी।
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