गाजियाबाद। जमीन का सौदा कर बुजुर्ग से ठगों ने एक करोड़ 23 लाख 53 हजार रुपये ठग लिए। जबकि रजिस्ट्री भी नहीं की। जमीन भी किसी और की निकली। ठगी का एहसास होने पर भुक्तभोगी की ओर से पुलिस ने महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
शालीमार गार्डन इलाके में रहने वाले बुजुर्ग रामपाल कसाना की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक रेवाड़ी में जमीन दिखाकर साल 2019 में राहुल छाबड़ी नाम के युवक ने शिवम ओम पुनिया से मिलवाया था। इस बीच शिवम ओम ने हिसार के रेवाड़ी में जमीन बेचने की बात की। उसने इस जमीन को पत्नी मोनिका रानी के नाम बताया था। बातचीत में 3 करोड़ 66 लाख 17 हजार 500 रुपये में सौदा तय हो गया। 12 अक्तूबर 2019 को मोनिका रानी, शिवम ओम पुनिया, सुरेंद्र व लेखराम शर्मा उनके घर पहुंचे थे। सभी ने मीटिंग कर विक्रय करार कर लिया। 12 नवंबर 2019 को शिवम ओम और लेखराम शर्मा व अन्य लोगोंं ने उन्हें आश्वासन दिया कि जमीन हर तरह से दोषमुक्त है। उन्होंने अलग-अलग तारीखों में 12 लाख रुपये, 40 लाख रुपये, 30 लाख रुपये के चैक के अलावा मोनिका रानी व शिवम ओम को 41 लाख 53 हजार 500 रुपये एडवांस दिए थे। इस तरह उन्होंने विपक्षियों को एक करोड़ 23 लाख 53 हजार 500 रुपये जमीन खरीदने के लिए दे दिए। बाकी रकम रजिस्ट्री के दौरान देने की बात तय हो गई। आरोप है कि गिरोह के पांचों आरोपियों ने रजिस्ट्री की तारीख कई दिन आगे बढ़ा दी। जब उन्होंने 26 दिसंबर 2019 को रजिस्ट्री के लिए सब रजिस्ट्रार के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो आरोपियों ने जमीन का बैनामा उनके नाम नहीं किया।
अब धमका रहे आरोपी
उनका दावा है कि पांचों आरोपी पैसे लेकर भाग गए। जांच कराने पर पता चला कि जिस जमीन का गिरोह ने उनसे सौदा किया था। वो हिसार में पर्ल समूह का है। 28 जनवरी को जब उन्होंने अपनी रकम मांगी तो आरोपियों ने मारने की धमकी दी। उन्होंने पुलिस को मोनिका रानी, शिवम ओम पुनिया, राहुल छाबड़ी, सुरेंद्र मोनिका व लेखराम शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा कराया है। सहायक पुलिस आयुक्त सिद्धार्थ गौतम का कहना है कि मामले में लेन-देन की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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