झांसी। बीए सेकेंड ईयर की एक छात्रा ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। छात्रा की 11 जुलाई को शादी होने वाली ती। परिजनों ने कमरे की दीवार तोड़कर उसे नीचे उतारा। इसके बाद छात्रा को मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया था। जहां पर इलाज के दौरान आज बुधवार सुबह छात्रा ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। सुसाइड की वजह साफ नहीं हो पाई है।
मृतका रोशनी पाल (19) पुत्र सुदर्शन पाल मूल रूप से एरच थाना क्षेत्र के शमशेरपुरा गांव की रहने वाली थी। फिलहाल वह परिवार के साथ नवाबाद थाना क्षेत्र के पिछोर में रह रही थी। मृतका के पिता सुदर्शन पाल ने बताया कि रोशनी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में पढ़ रही थी। उसने BA सेकेंड ईयर का एग्जाम दिया था। एक साल पहले उसकी शादी उरई के अमीषा गांव में तय कर दी थी। फलदान हो चुका था, अब 11 जुलाई को शादी होनी थी। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी थी। पिता ने आगे बताया कि 12 मई को मैं पिछोर से अपने गांव चला गया। घर पर रोशनी, उसका छोटा भाई अभिषेक, मां रानी देवी और भतीजा था। अगले दिन यानी 13 मई की सुबह मां काम पर चली गई और बेटे को बोल गई कि रोशनी से छत पर चना सुखाने के लिए डलवा देना। थोड़ी देर बाद भाई ऊपर वाले कमरे में गया तो रोशनी ने दरवाजा नहीं खोला। जब खिड़की से झांक कर देखा तो रोशनी पंखे के कुंडे पर दुपट्टा से फंदा बनाकर लटकी हुई थी। यह देखकर कोहराम मच गया। बेटे ने लोगों की मदद से किसी तरह दीवार तोड़ी और रोशनी को फंदे से नीचे उतारा। तब उसकी सांस चल रही थी। तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज में एडमिट करा दिया। जहां पर दो दिन इलाज चला, आज सुबह रोशनी की मौत हो गई।
परिजनों को नहीं पता वजह
रोशनी की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। रोशनी अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। उसके छोटे भाई अभिषेक ने 12वीं कक्षा के पेपर दिए हैं। जबकि पिता खेतीबाड़ी करते हैं। मां भी प्राइवेट काम करती है। पिता का कहना है कि रोशनी के सुसाइड करने की वजह पता नहीं चल पाई है। रोशनी के पास 5 माह से मोबाइल भी नहीं था।
रोशनी की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। रोशनी अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। उसके छोटे भाई अभिषेक ने 12वीं कक्षा के पेपर दिए हैं। जबकि पिता खेतीबाड़ी करते हैं। मां भी प्राइवेट काम करती है। पिता का कहना है कि रोशनी के सुसाइड करने की वजह पता नहीं चल पाई है। रोशनी के पास 5 माह से मोबाइल भी नहीं था।