गाजियाबाद : संपत्ति विवाद में भांजे ने की थी हिस्ट्रीशीटर की हत्या

गाजियाबाद। जिले के लोनी थाना क्षेत्र के प्रेम नगर कॉलोनी में हुई हुई प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पड़ताल में यह भी पता चला है कि प्रॉपर्टी डीलर हिस्ट्रीशीटर भी था। हत्या की वजह संपत्ति का विवाद बनी और भांजे पवन भाटी ने अपने परिजनों संग मिलकर वारदात की थी। पुलिस ने पवन के पिता, पत्नी, मां और साले को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि हत्यारोपी पवन भाटी और उसके मामा प्रॉपर्टी डीलर विक्रम के बीच कई बार विवाद हो चुका है। दोनों ओर से कई बार मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। विक्रम की हत्या के बाद उसके बेटे सागर ने पवन भाटी, राहुल भाटी, सोनू बघेल, चरण सिंह, रोहित, गौरव, विमल, टिंकू, विमल, कविता, प्रशांत, निशांत, गगन चंचल, कुलदीप,पूजा और राहुल के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि विक्रम मावी टीला शाहबाजपुर गांव के रहने वाले थे और उनका प्रॉपर्टी डीलिंग का ऑफिस प्रेम नगर में था। सागर ने बताया कि उसके पिता विक्रम ऑफिस बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे। तभी उन पर इन लोगों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई। अंधाधुंध फायरिंग में विक्रम गंभीर रूप से घायल हुआ। दिनेश सागर स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल लेकर पहुंचा लेकिन तब तक विक्रम की मौत हो गई। सागर ने यह भी बताया कि उनके दादा हरिराम उन्हें जमीन दिलवाई थी। उसे जमीन में हत्यारोपी पवन भाटी व उसके परिवार के लोग हिस्सा मांग रहे थे। जिसको लेकर 2022 से पवन भाटी के परिवार से संपत्ति के विवाद को लेकर रंजिश चल रही थी।

सप्ताहभर पहले भी किया था हमला
सागर ने बताया कि 7 दिन पहले भी पवन भाटी ने विक्रम पर जानलेवा हमला किया था तब पुलिस शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने समय से कार्रवाई नहीं की सागर का आरोप है कि अगर समय से पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज उनके पिता विक्रम की हत्या नहीं हुई होती। इधर जब विक्रम का शव उसके गांव पहुंचा तो अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। एहतियात के तौर पर अंतिम संस्कार के दौरान कई थानों की पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया।

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