गाजियाबाद। जिले में अपहरण के बाद की गई भट्टा कारोबारी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या को आत्महत्या में तब्दील करने के लिए आरोपियों ने भट्टा कारोबारी योगेंद्र के शव को रेलवे लाइन के पास फेंक दिया था। तीनों आरोपियों ने बताया कि फिरौती मांगने के उद्देश्य से अपहरण करने के बाद योगेंद्र की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों के पास से तमंचा, कारतूस घटना में इस्तेमाल कार और बेहोश करने वाली दवा भी बरामद की है।
भट्ट कारोबारी योगेंद्र शर्मा के पिता देवेंद्र कुमार शर्मा थाना नंदग्राम गाजियाबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने 2 मई को नंदग्राम थाने में तहरीर देकर गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करवाया था। 4 ममई को घटना में चार लोगों के शामिल होने की बात सामने आई और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में शामिल संदिग्ध मनीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो मनीष ने अपने तीन और साथियों के साथ मिलकर भट्ट कारोबारी योगेंद्र का प्रतिमा ने के इरादे से अपहरण कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हनुमान चौक अग्रवाल हाईत जाने वाले कच्चे पक्के रास्ते से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों अपने नाम रोहित पुत्र सुभाष निवासी समसपुर सुरानी थाना सरधना मेरठ, मनीष पुत्र सुभाष निवासी गांव गढ़ी थाना नंदग्राम गाजियाबाद और विकास पुत्र राम भूल निवासी अजराना मेरठ का रहने वाला बताया है। पूछताछ के दौरान विकास ने बताया कि घटना में इस्तेमाल गाडी हमने छिपा कर मोरटी गाँव के पीछे नवनिर्मित बाइपास रोड की सर्विस रोड पर झाडियों में खडी कर दी थी। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। गाड़ी में बेहोश करने वाली दवाई मिली है।
वाशिंग सेंटर चलाते हैं आरोपी
मनीष ने बताया गया कि वह ग्राम गढी थाना नन्दग्राम क्षेत्र में अपने भाई रोहित के साथ रहता है। रोहित राजनगर एक्स में गार्ड की नौकरी करता है और उसके जीजा विकास योगेन्द्र शर्मा के भट्टा नं 5 रोड पर स्थित बाजार में स्थित दुकान में पिछले 04 माह से किराये पर लेकर बाइक सर्विस/ वाशिंग सेन्टर / गैराज चलाते है। जिसके बाद पुलिस ने इन सभी चारों लोगों ने योगेंद्र शर्मा का अपहरण करने के बाद हत्या कर डाली। हत्या को आत्महत्या में बदलने के लिए योगेंद्र केशवपुर रेलवे लाइन के पास फेंक दिया।