गाजियाबाद। पुलिस ने तीन गांजा तस्करों को 60 लाख रुपए कीमत के 30 किलो गांजे के सहित गिरफ्तार किया है। तीनों तस्कर उड़ीसा से गांजा लाकर गाजियाबाद के अलावा नोएडा दिल्ली व एनसीआर के अन्य शहरों में सप्लाई करते थे। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम धनंजय उर्फ बारूद निवासी सुंदर नगरी दिल्ली, अभिषेक निवासी गाजियाबाद, विवेक लाल कुआं बताया है। पुलिस तीनों गांजा तस्करों से पूछताछ कर रही है कि वह कब से गांजा तस्करी की घटना में शामिल है।
पुलिस की पूछताछ में धनजय ने बताया कि वह 8वीं पास है और दिल्ली व गाजियाबाद से लूट, स्नैचिंग व वाहन चोरी आदि में कई बार जेल जा चुका है। साल 2018 में वह लूट के अभियोग में थाना सिहानीगेट से जेल गया था। तब उसकी मुलाकात गंजा निवासी हापुड़ से हुई, जिसने बताया कि उडीसा राज्य से गांजा तस्करी करके लाने व गाजियाबाद दिल्ली एनसीआर में बिक्री करने में काफी अधिक मुनाफा होता है। जेल से आकर वह टैक्सी ड्राईविंग का काम करने लगा, लेकिन टैक्सी ड्राईविंग के काम में ज्यादा आमदनी नही होती थी। तो वह झारखण्ड निवासी अजीत के माध्यम से उडीसा से अवैध गाँजा लाकर गाजियाबाद व दिल्ली एनसीआर में बिक्री करने लगा।जिसमें उसको काफी मुनाफा होने लगा। इसके बाद धनंजय ने गांजा तस्करी में अपने साथ अभिषेक व विवेक को भी मिला लिया।
ऐसे बनता चला गया गैंग
अभिषेक ने पूछताछ पर बताया कि वह भी 10वीं पास है और एयरटेल कम्पनी के क्यूआर कोड बनाने का काम करता था। साल 2023 में वह फर्जी आधार कार्ड रखकर धोखा घडी करने के अपराध में जेल चला गया था, जेल से आने के बाद कोई काम नहीं होने के कारण कोई आमदनी नहीं होती थी। जिससे घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया था। तभी उसकी मुलाकात धनंजय से हुई। धनंजय के साथ उडीसा से अवैध गाँजा तस्करी कर लाकर गाँजे की बिक्री का काम करने लगा। विवेक बताया कि वह बीबीए द्वितीय वर्ष का छात्र है वह टैक्सी ड्राईविंग का भी काम करता है। टैक्सी ड्राईविंग के काम में ज्यादा आमदनी न होने व खर्च ज्यादा होने साथ कर्ज होने की वजह से वह धनंजय के सम्पर्क में आकर उसके साथ मिलकर गाना तस्करी में शामिल हो गए था।
Discussion about this post