गाजियाबाद। क्षत्रिय समाज के लोग बुधवार यानी कल भाजपा के विरोध में सम्मेलन करेंगे। इससे पहले क्षत्रियों ने सहारनपुर के ननौता में सात अप्रैल को सम्मेलन किया था। वेस्ट यूपी में अब तक पांच सम्मेलन कर चुके हैं। कार्यक्रम संयोजकों का दावा है की ननौता में जो लाखों की भीड़ आई थी 17 तारीख में भी भीड़ उस से कम नहीं होगी। इन सम्मेलनों में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वोट करने की अपील की जा रही है और कसम दिलाई जा रही है।
क्षत्रिय महाकुंभ के कार्यक्रम संयोजक ललित राणा ने बताया कि हमारी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी से क्षत्रियों को मिले टिकट को लेकर तो बाद में है। लड़ाई तो यह है कि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसदों ने समाज का अपमान किया है, वह बर्दाश्त के काबिल नहीं है। यह संघर्ष मान, सम्मान और स्वाभिमान का है। अब तक हम लोग सहारनपुर के ननौता, मेरठ के कपसाडा, मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना, मेरठ के सिसौली और मेरठ के खेड़ा में सम्मेलन कर चुके हैं। जबकि कल का सम्मेलन भी ऐतिहासिक होगा।
अब पूर्वांचल का रुख करेंगे क्षत्रिय
इसके बाद 21 तारीख को बुलंदशहर के जहांगीराबाद, चोला चोली गौतमबुधनगर 22 तारीख में टप्पल अलीगढ़ में सम्मेलन किए जाएंगे। साथ ही इसी महीने बदायूं आँवला और शाहजहांपुर में भी सम्मेलन होंगे। इस महीने के बाद हम लोग उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का रुख करेंगे। ललित राणा बताते हैं कि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के सांसद क्षत्रियों पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं राज शेखावत की गुजरात में पगड़ी उछाली गई इसको लेकर क्षत्रिय समाज में नाराजगी है।
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