गाजियाबाद। जिले की इंदिरापुरम थाना पुलिस ने साइबर अपराधियों का भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक महिला भी शामिल है। यह लोग जिले के लोगों से बीमा पॉलिसी कराने के नाम पर साइबर ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने 16 अकाउंट किट, चेक बुक, डेबिट कार्ड 9 मोबाइल फोन और 89 हजार कैश बरामद किए हैं। पुलिस की जांच में प्रिया पाठक के द डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट नाम के खाते में अब तक एक करोड़ 56 लख रुपए से अधिक के अनाधिकृत ट्रांजक्शन हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि प्रिया पाठक इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के नीति खंड 864 नंबर फ्लैट की रहने वाली है और उसका अकाउंट पंजाब नेशनल बैंक में द डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट नाम से है। पुलिस की पूछताछ में प्रिया ने बताया कि वह अपने भाई अमन पाठक व सिकंदराराऊ के रहने वाले प्रदीप के कहने पर खाता खुलवाया था। खाते की किट प्रिया ने अपने भाई अमन पाठक के कहने पर प्रदीप को दे दी थी। साइबर ठगी का पैसा प्रिया के खाते में आता था और उसकी कमीशन उसे मिल जाती थी। जब पुलिस ने अमन और प्रिया के बाद प्रदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि प्रिया और उसके भाई अमन ने ही उसे अपना खाता नंबर हमें दिया था। इस खाते के साथ अन्य खाते भी अपने साथी पवन सिंह, सूर्य प्रताप, सौरभ कुशवाहा को उपलब्ध कराए थे। जिसके बाद पुलिस ने पवन, सूर्य प्रताप, सौरभ कुशवाहा को भी गिरफ्तार कर पूछताछ की तो तीनों ने बताया कि वह लोगों से फर्जी आईडी पर करंट कॉरपोरेट खाता खुलवाने का लालच देते थे और इन खातों में बीमा पॉलिसी व साइबर धोखाधड़ी करके ऑनलाइन पैसे मंगवाते थे। तीनों ने बताया कि प्रदीप इन लोगों को खाता लाकर देता था, जो यह तीनों लोग आगरा के रहने वाले प्रशांत और उदयपुर राजस्थान के रहने वाले सनी को देते थे। इसके बदले इन सबको मोटा कमीशन मिलता था जो यह सब आपस में बांट लेते थे। यह सभी लोग आपस में मिलकर लोगों को झांसे से में लेकर उनके खाते लेकर साइबर अपराधियों को देकर मोटा कमीशन खाते थे जिसका पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस साइबर गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश में जुटी हुई है।
प्रिया के खाते पर दर्ज हैं पांच मुकदमे
पुलिस की जांच में पता चला है प्रिया पाठक के अकाउंट द डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट पर पहले से ही तीन राज्यों में जिन में तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र में साइबर अपराध से संबंधित पांच शिकायतें रिपोर्टेड है। साइबर अपराधियों द्वारा प्रिया के खाते में एक करोड़ से भी ज्यादा की रकम मंगवाई गई थी। फिहलाल पुलिस ने प्रिया के अकाउंट को फ्रिज करके जांच शुरू कर दी है।
रेस्टोरेंट नहीं फिर भी रेस्टोरेंट नाम से खुलवाया खाता
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी पवन पिथौरागढ़ उत्तराखंड, सूर्यप्रताप मैनपुरी, सौरभ कुशवाहा मैनपुरी, प्रदीप सिकन्द्राराऊ हाथरस, अमन पाठक व प्रिया पाठक गाजियाबाद जिले की रहने वाली है। उन्होंने बताया कि प्रिया ने फर्जी द डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट नाम से अकाउंट खुलवाया था प्रिया प्रिया और उसके भाई का कोई भी रेस्टोरेंट नहीं है। पुलिस का मानना है कि यही दोनों भाई बहन साइबर गिरोह के मास्टरमाइंड है।